केदारनाथ धाम विवाद पर आया हरीश रावत का बड़ा बयान, मुंबई में बद्रीनाथ मंदिर पर दी सफाई, पढ़िए…

देहरादून – उत्तराखंड में केदारनाथ धाम पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश में इन दिनो कांग्रेस की केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा चल रही है और इस यात्रा को एक हफ्ते का समय होने वाला है। जिसको लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमलावर है।

भाजपा का आरोप है की कांग्रेस केदारनाथ बाबा को बचाने का ड्रामा कर रही है कांग्रेस पहले अपने सरकार के दौरान केदारनाथ धाम के नाम पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का जवाब दे। कांग्रेस का यह ड्रामा सिर्फ केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए है। इसके साथ ही कांग्रेस के कार्यकाल में वर्ष 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुंबई में बदरीनाथ मंदिर का उद्घाटन किया था तब किसी ने भी इसका विरोध नही किया था। वही भाजपा के द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है की मुंबई में बद्रीनाथ मंदिर में हाथ जोड़ने गए थे। धामों की स्थापना आदिगुरु शंकराचार्य करते है लेकिन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनके नेता भी धाम बनाने में लगे है। भाजपा नही जानती की धामों का महत्व क्या है। भाजपा को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पृष्टभूमि का ज्ञान नही है। जब तक कांग्रेस की यात्रा चलेगी तब तक भाजपा के पापों का जिक्र किया जाता रहेगा।

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