26/11 मुंबई हमले के गुनहगार और आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ अब्दुल रहमान मक्की का निधन हो गया है। उनकी मौत हार्ट अटैक के कारण पाकिस्तान के लाहौर में हुई। मक्की लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख सदस्य और हाफिज सईद का करीबी रिश्तेदार था। उसे अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने ग्लोबल आतंकवादी घोषित किया था।
मक्की लश्कर-ए-तैयबा की राजनीतिक विंग का नेतृत्व करता था और जमात-उद-दावा का मुखिया भी था। इसके अलावा, वह लश्कर के फॉरेन रिलेशन डिपार्टमेंट का प्रमुख था। मक्की का भारत में कई बड़े आतंकी हमलों में सीधे तौर पर हाथ था।
भारत में लश्कर-ए-तैयबा के बड़े आतंकी हमले
लश्कर-ए-तैयबा ने भारत में कई बड़े आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया है, जिनमें प्रमुख हमले शामिल हैं:
- लाल किला हमला (2000): 22 दिसंबर 2000 को लश्कर के 6 आतंकियों ने लाल किले में घुसकर फायरिंग की, जिसमें 2 सैनिक और एक नागरिक की मौत हो गई।
- 26/11 मुंबई हमला (2008): लश्कर के 10 आतंकियों ने अरब सागर के रास्ते मुंबई में एंट्री कर अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में 175 लोग मारे गए थे।
- रामपुर हमला (2008): 1 जनवरी 2008 को सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया गया, जिसमें 7 जवान और एक नागरिक मारे गए।
- बारामूला हमला (2018): लश्कर के आतंकियों ने बारामूला में 30 मई को तीन नागरिकों की हत्या की।
- श्रीनगर सीआरपीएफ कैंप हमला (2018): 12-13 फरवरी को सीआरपीएफ कैंप पर आत्मघाती हमले में 1 जवान शहीद हो गया, जबकि एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था।
- शुजात बुखारी की हत्या (2018): लश्कर ने राइजिंग कश्मीर के एडिटर शुजात बुखारी और उनके दो सुरक्षा गार्डों को 14 जून को मार डाला।
मक्की का पाकिस्तान में कैद और मौत
अब्दुल रहमान मक्की को पाकिस्तान में 15 मई 2019 को गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ 2020 में पाकिस्तान की अदालत ने टेरर फंडिंग के आरोप में सजा सुनाई थी। गिरफ्तारी के बाद से मक्की लाहौर में हाउस अरेस्ट था। हालांकि, अब मक्की की मौत हो गई, जो लश्कर-ए-तैयबा के संचालन और आतंकवाद से जुड़े फंडिंग नेटवर्क पर बड़ा असर डाल सकता है।