न्यूयॉर्कः अगर आपका रोता हुआ बच्चा स्मार्टफोन पाने के बाद चुप हो जाता है तो आपको यह तरीका बदलने की जरूरत है. पेरेंट्स को इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि अपने बच्चों को चुप कराने के लिए स्मार्टफोन देना सही नहीं है. अमेरिकी बाल रोग अकादमी ने नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. दिशा-निर्देश के अनुसार, डिजिटल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल बच्चों की नींद, बच्चे के विकास और फीजिकल हेल्थ के लिए नुकसानदेह है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि हालांकि कई खास मौकों पर जैसे फ्लाइट में ट्रैवल करने या मेडिकल एक्टिविटी के दौरान डिजिटल मीडिया इक्यूपमेंट्स का इस्तेमाल करना अच्छा होता है, लेकिन पेरेंट्स को बच्चों को शांत कराने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय के सी. एस. मोट चिल्ड्रेन हॉस्पीतटल के प्रमुख लेखक जेनी रडेस्की ने कहा कि इस तरह के इक्यू्पमेंट्स का इस्तेमाल बच्चों की भावनाओं को कंट्रोल करने की क्षमता को सीमित कर सकता है.
रडेस्की ने कहा, “डिजिटल मीडिया कई नवजात, छोटे बच्चों और स्कूल की शुरुआत वाले बच्चों के बचपन का अनिवार्य हिस्सा बन गया है, लेकिन यह शोध में उनके विकास पर पड़ने वाले प्रभाव पर सीमित है.”
उन्होंने कहा, “क्या हम जानते हैं कि शुरुआती बचपन तेजी से दिमाग के विकास का समय होता है. जब बच्चों की खेलने, सोने और अपने भावनाओं को संभालने और संबंध बनाने की जरूरत के लिए समय की जरूरत होती है. शोधकर्ताओं का सुझाव है कि मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल इन एक्टिविटीज में रुकावट पैदा करता है.”