देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाकुंभ 2025 के अवसर पर त्रिवेणी संगम में पारंपरिक सनातनी वेशभूषा में स्नान किया, जो न केवल उनकी धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि उनकी गहरी श्रद्धा और भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान को भी दर्शाता है। कंधे पर जनेऊ धारण करते हुए त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने का यह दृश्य मुख्यमंत्री धामी के सनातन धर्म के प्रति अडिग विश्वास को उजागर करता है।
‘धर्म रक्षक धामी’ के रूप में आस्था का प्रतीक
महाकुंभ के इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने यह साबित किया कि उनकी आस्था राजनीति का हिस्सा नहीं, बल्कि उनके जीवन का अभिन्न अंग है। ‘धर्म रक्षक धामी’ के रूप में उन्होंने अपनी आस्था को सार्वजनिक जीवन में सजीव रूप से प्रस्तुत किया, जो उनके प्रति लोगों की श्रद्धा को और भी प्रगाढ़ करता है। यह एक उदाहरण है कि जब नेता अपनी आस्थाओं को अपने कार्यों में प्रतिबिंबित करते हैं, तो समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है।
#SanataniDhami का अभूतपूर्व समर्थन
मुख्यमंत्री धामी के त्रिवेणी संगम में स्नान करने के बाद, सोशल मीडिया पर #SanataniDhami के तहत समर्थन की लहर उठी। इस हैशटैग के तहत देशभर के लोग उनकी सनातन धर्म के प्रति श्रद्धा और आस्था की सराहना कर रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी यह हैशटैग आज टॉप ट्रेंड में रहा, जो यह सिद्ध करता है कि जब नेता अपनी आस्थाओं को अपनी क्रियाओं में जीवित रखते हैं, तो वह समाज में एक सकारात्मक संदेश भेजते हैं।
सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम
#SanataniDhami ट्रेंड इस बात का उदाहरण है कि कैसे कोई नेता अपनी आस्था के साथ-साथ अपनी नीतियों और कार्यों को जोड़कर समाज में बदलाव ला सकता है। मुख्यमंत्री धामी की यह श्रद्धा और आस्था केवल शब्दों तक सीमित नहीं, बल्कि वे इसे अपनी दिनचर्या और सार्वजनिक जीवन में भी अपनाते हैं।
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