

आज उत्तराखंड में दिवाली के ग्यारह दिन बाद फिर पहाड़ का उल्लास जाग उठा है। घरों की सफाई हो रही है, लोग सजावट में जुटे हुए हैं। कहीं फूलों की माला बन रही है तो रसोई में मीठे पकवान बन रहे हैं। सभी लोकपर्व इगास बग्वाल की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
छोटे गांवों से लेकर राजधानी दिल्ली तक इगास की धूम
पहाड़ के छोटे-छोटे गांवों से लेकर राजधानी दिल्ली तक इगास की धूम देखने को मिल रही है। इगास बग्वाल यानी बूढ़ी दिवाली का पर्व पूरे उत्तराखंड में धूमधाम से मनाया जाता है। जो हर साल दीवाली के ठीक 11 दिन बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी तिथि को मनाया जाता है। कुमाऊं में इसे बूढ़ी दिवाली और गढ़वाल में इसे इगास बग्वाल के नाम से जाना जाता है।
इगास के अवसर पर कई स्थानों पर हो रहे कार्यक्रम
आज प्रदेशभर में इगास के अवसर पर कार्यक्रम किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास पिछले वर्षों की भांति ही इस बार भी इगास के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उत्तराखंड ही नहीं दिल्ली तक में इगास की धूम देखने को मिल रही है। गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने दिल्ली में इगास कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, पंडित धीरेंद्र शास्त्री समेत कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं।
समस्त प्रदेशवासियों को इगास पर्व (बूढ़ी दीपावली) की हार्दिक शुभकामनाएं। देवभूमि उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराएं हमारी पहचान हैं। जिस प्रकार पूरे देश में सांस्कृतिक गौरव और विरासत का पुनर्जागरण हो रहा है, उसी तरह उत्तराखंडवासी भी अपने लोकपर्व इगास को उत्साह, आस्था और… pic.twitter.com/JcpWMH8qPj
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 1, 2025
सीएम धामी ने दी इगास की शुभकामनाएं
उत्तराखंड से बाहर रह रहे प्रवासी उत्तराखंडी भी धूमधाम से देश के कई इलाकों में इगास को मना रहे हैं। इसी के साथ आज लोकपर्व इगास ना केवल उत्तराखंड बल्कि देश में अपनी छटा बिखेर रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को इगास बग्वाल की शुभकामनाएं दी हैं।



