देहरादून – चार धाम यात्रा के लिए इस बार एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। राज्य सरकार ने पहली बार आधार प्रमाणित पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की है, जिससे अब प्रत्येक श्रद्धालु का ब्योरा अपडेट रहेगा। इस व्यवस्था से न केवल यात्रा की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि हर श्रद्धालु के यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने में भी मदद मिलेगी।
इस साल यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। श्रद्धालु अब ऑनलाइन वेबसाइट और मोबाइल ऐप के माध्यम से अपना पंजीकरण कर सकेंगे। पंजीकरण के बाद, जब श्रद्धालु चार धाम पहुंचेंगे, तो उन्हें एक टोकन प्राप्त होगा, जिसके जरिए वे निर्धारित समय पर दर्शन कर सकेंगे। इससे श्रद्धालु घंटों लाइन में खड़े होने से बच सकेंगे, और यात्रा का अनुभव और भी सुगम होगा।
चार धाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है। इस दिन गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, और 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, 25 मई से हेमकुंड साहिब की यात्रा भी शुरू होगी।
श्रद्धालुओं को इस वर्ष यात्रा के दौरान बेहतर प्रबंधन और सुविधा की उम्मीद है, जो उन्हें आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा।