विज़न 2020 न्यूज: उत्तराखंड में हो रही बारिश ने खूब तबाही मचाई है, कई हेक्टेयर कृषि भूमि आपदा की भेंट चढ़ चुकी है, इस बात की जानकारी लगभग सभी को है लेकिन लगता है कि सरकारी महकमा इस बात से अंजान है, तभी तो केंद्रीय टीम उत्तराखंड मानसून सीजन के अंतिम पड़ाव में सूखे के हालातों का जायजा लेने पहुंची है। दरअसल उत्तराखंड में वर्ष 2015-16 में सामान्य से 75 प्रतिशत कम बारिश होने पर रबी की फसलों का उत्पादन प्रभावित हुआ था। सूखे से कृषि/बागवानी फसलों को हुई का क्षति का आंकलन करने के लिए फरवरी, मार्च, अप्रैल में केंद्र सरकार की टीमों को आना था। केंद्रीय टीमें तब तो नहीं आईं, लेकिन अब जबकि मानसून सीजन का अंतिम पड़ाव चल रहा है, तब केंद्रीय टीम सूखे के हालातों का जायजा लेने पहुंची है। 24 अगस्त को केंद्र सरकार के अधिकारी जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचे और वहां से देहरादून रवाना हुए। केंद्र सरकार की तीन टीमें प्रदेश में रबी 2015-16 के सूखाग्रस्त इलाकों का 25 अगस्त से दौरा करेगी।