देहरादून: यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने 24 और 25 मार्च को देशभर में बैंककर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। इसी के समर्थन में उत्तराखंड के बैंककर्मियों ने भी हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। यह हड़ताल बैंककर्मियों की लंबित मांगों को लेकर है, जिनमें पांच दिवसीय बैंकिंग, रिक्त पदों पर भर्ती, और अन्य मुद्दों का समाधान शामिल है।
मंगलवार को उत्तरांचल बैंक इम्पलाइज यूनियन के कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए यूनियन के अध्यक्ष अनिल कुमार जैन ने बताया कि देशभर के नौ बैंक संगठन इस हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंककर्मियों ने लंबे समय से अपनी मांगों के लिए आंदोलन किया है, लेकिन सरकार इनकी अनदेखी कर रही है।
यूनियन के संयोजक इंद्र सिंह रावत और गोपाल तोमर ने बताया कि देशभर के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में लगभग 1 लाख 40 हजार पद खाली हैं, जिनमें से उत्तराखंड में लगभग 7% पद रिक्त हैं। उन्होंने कहा कि वित्तीय क्षेत्र में आरबीआई और बीमा कंपनियां पांच दिन कार्य कर रही हैं, तो बैंकों में भी पांच दिवसीय कार्य सप्ताह लागू किया जाना चाहिए।
बैंककर्मियों का कहना है कि उनका यह आंदोलन देशभर के लाखों लोगों को प्रभावित करने के बावजूद उनकी जायज मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। हड़ताल के दौरान बैंकों में कामकाजी घंटों में असर पड़ सकता है और ग्राहकों को असुविधा हो सकती है।