पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता के दौरान हादसा, टेकऑफ के समय गिरा पायलट, एम्स में भर्ती…

टिहरी – आज सुबह पैराग्लाइडिंग के एक हादसे में पायलट 10-15 फीट उड़ने के बाद बेकाबू होकर नीचे गिर गया। हादसे में पायलट को गंभीर चोटें आईं, जिससे उसके मुंह और कमर में चोटें आईं। एसडीआरएफ के अपर उपनिरीक्षक महावीर सिंह और उनकी टीम ने तत्परता से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और घायल पायलट को सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान हेली एंबुलेंस की सहायता से उसे अस्पताल भेजने की व्यवस्था की गई। करीब पौने चार बजे पायलट को हेली सेवा से एम्स ऋषिकेश भेजा गया, जहां उसकी हालत सामान्य बताई गई है।

टिहरी में पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता का उद्घाटन
इस घटना के बावजूद टिहरी में पैराग्लाइडिंग के प्रति जोश कम नहीं हुआ और पर्यटकों का उत्साह बरकरार रहा। पर्यटन विकास परिषद द्वारा टिहरी बांध की झील कोटीकालोनी में पैराग्लाइडिंग एक्रो एंड एसआईवी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। इस प्रतियोगिता में देश-विदेश के पैराग्लाइडर्स ने हिस्सा लिया। प्रतापनगर से उड़ान भरकर प्रतिभागियों ने कोटीकालोनी में लैंडिंग का अभ्यास किया। विधायक किशोर उपाध्याय और टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक एलपी जोशी ने प्रतियोगिता का उद्घाटन किया।

पायलटों ने पैराग्लाइडिंग की रोमांचक उड़ान भरी
इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों जैसे उत्तराखंड, हिमाचल, महाराष्ट्र और नॉर्थ ईस्ट के 75 पैराग्लाइडर और विदेशों से 25 पायलटों ने अपनी-अपनी उड़ान भरी। विधायक किशोर उपाध्याय ने भी पहली बार पैराग्लाइडिंग का अनुभव लिया और कुट्ठा प्वाइंट से टेकऑफ कर कोटीकालोनी में लैंडिंग की। उन्होंने इस रोमांचक अनुभव को लेकर कहा कि ऐसा लगा जैसे वह भी उड़ते हुए भगवान से आशीर्वाद लेने गए हों।

टिहरी को एरो स्पोर्ट्स हब बनाने की दिशा में अहम कदम
मुख्य अतिथि विधायक किशोर उपाध्याय ने टिहरी बांध की झील के किनारे कोटीकालोनी में पैराग्लाइडिंग की सुविधाओं को और बेहतर बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यहां के स्थानीय युवाओं को इस प्रकार की प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर मिलना चाहिए और टिहरी झील को एक प्रमुख एडवेंचर हब के रूप में विकसित करना चाहिए।

100 पैराग्लाइडर्स ने कोटीकालोनी में उड़ान भरी
पर्यटन विकास परिषद के अपर कार्याधिकारी अश्वनी पुंडीर ने बताया कि इस प्रतियोगिता में 100 पैराग्लाइडर्स ने हिस्सा लिया। इनमें से 75 प्रतियोगी उत्तराखंड, हिमाचल, नॉर्थ ईस्ट और महाराष्ट्र से हैं, जबकि 25 पायलट विदेशों से आए हैं। साथ ही, उत्तराखंड के युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है ताकि वे भविष्य में इस क्षेत्र में हिस्सा ले सकें।

पैराग्लाइडिंग के प्रति बढ़ते रुचि और रोजगार के अवसर
टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक एलपी जोशी ने कहा कि टिहरी झील में एरो स्पोर्ट्स के माध्यम से स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पर्यटन के क्षेत्र में भी विकास होगा।

रोमांचक उड़ान और मार्ग की स्थिति पर चिंता
विधायक किशोर उपाध्याय ने कुट्ठा टेकऑफ स्थल तक जाने के रास्ते की स्थिति पर असंतोष जताया और इसे बेहतर बनाने की आवश्यकता की बात की। उन्होंने कहा कि यदि टेकऑफ स्थल तक पहुंचने में सुविधा नहीं होगी, तो पर्यटकों का अनुभव प्रभावित होगा।

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