देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड का जौनसार जहां प्राकृतिक रूप से पर्यटन के मानचित्र पर भली प्रकार नहीं आ पाया है लेकिन इस क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। इसी का प्रमाण राजकीय हाईस्कूल धोइरा के छात्र है जिसे राष्ट्रीय प्रतियोगिता के तहत चुना गया है। छात्र अभिषेक ने एक मोबाइल स्कैनिंग पद्धति तैयार की है जिसके लिए उसे विशिष्ट सम्मान दिया गया है।
हम सब जानते हैं कि राजकीय विद्यालयों में व्यवस्थाओं की कमी होती है लेकिन प्रतिभाओं की कमी नहीं होती। वह अपने परिश्रम के बल पर अपनी प्रतिभा को आगे बढ़ाकर सरकारी व्यवस्था को दर्पण दिखाने का काम करते हैं। सरकारी विद्यालयों में विज्ञान की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सालाना पांच हजार रुपये का बजट दिया जाता है। लेकिन इसी विद्यालय के छात्र अभिषेक ने जो डिवाइस बनाई है वह अपने आप में अच्छे-अच्छे वैज्ञानिकों के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि इस बच्चे को इंस्पायर अवॉर्ड के लिए चुना गया है।