नैनीताल/रामनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी की टीम ने एक बार फिर पुलिस की किरकिरी होने से बचा ली। दरोगा गगनदीप की सतर्कता से मुस्लिम रोमियो मरने से बचा, अन्यथा कुछ भी हो सकता था। यह घटना प्रदेश नहीं देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होती, लेकिन एसएसपी जन्मेजय खंडूरी की टीम के एक सदस्य ने पुलिस और प्रशासन दोनों की इज्जत बचा ली। इसे कहते नेतृत्व और नेतृत्व का परिपालन। दरोगा गगनदीप सिंह गर्जिया मंदिर में कानून व्यवस्था के लिए तैनात था लेकिन जब उसे घटना का पता चला तो वहां मुस्लिम रोमियो को बचाने चला गया अन्यथा स्थिति भयावह हो जाती और उत्तराखंड पर एक बदनुमा दाग लग जाता। इसका श्रेय गगनदीप सिंह के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी को ही जाता है।
घटनाक्रम के अनुसार 22 मई 2018 को गर्जिया मंदिर, रामनगर नैनीताल में एक घटना घटित हुई थी, जिसमें एक लड़का व लड़की मंदिर के पास देखे गये थे, जो अलग-अलग समुदाय के थे। स्थानीय भीड़ द्वारा लड़के को पकड़ा और मारपीट करने का प्रयास किया गया। मौके पर मौजूद उपनिरीक्षक गगनदीप सिंह द्वारा बहादुरी का परिचय देते हुए, भीड़ से युवक को बचाया गया। एसआई गगनदीप सिंह के इस कार्य के लिए अशोक कुमार महानिदेशक कानून व्यवस्था ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को उक्त एसआई को पुरस्कृत करने हेतु निर्देशित किया है। जो हमलावर युवक हैं, उनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की गई है।