वैम्पायर शब्द तो आपने सुना ही होगा, वैम्पायर का नाम आते ही हमारे दिमाग में एक ही छवि बनती है. वैम्पायर यानि कि जो इंसानों का खून पीकर जिन्दा रहते हैं. लेकिन यह भी सभी जानते होंगे कि वैम्पायर केवल फिल्मो में ही होते है असल लाइफ में इस प्रकार की किसी भी प्रजाति का कोई भी अस्तित्व नही है.
लेकिन आज हम कहे कि ऐसा असल जिन्दगी में भी हो सकता है जो शायद थोडा अटपटा जरुर लगेगा. जी हाँ ऑस्ट्रेलिया के क्वीन्सलैंड की रहने वाली 38 साल की जॉर्जिया कॉन्डन जिन्हें खून पीने का शौक है। इन्हें रियल लाइफ वैम्पायर के तौर पर जाना जाता है। कॉन्डन को इंसानों का खून पीने की मज़बूरी नहीं बल्कि आदत है। वे बताती है कि इंसानों का खून उन्होंने पहली बार 17 साल की उम्र में चखा था। उसके बाद फिर उन्हें इसकी आदत ही लग गयी।
कॉन्डन ने बताया कि ब्रिसबेन में उसकी मुलाकात उसके बॉयफ्रेंड जमाएल से हुई, जिससे उसनें खून पीने की इच्छा जताई। जमाएल यह सुनकर चौंके नहीं बल्कि तुरंत मान गए और उन्होंने अपना खून कॉन्डन को पिला दिया। इसके बाद हर सप्ताह अपना खून कॉन्डन को पिलाते थे। कॉन्डन कई लोगों का खून पीती है इस वजह से वह एनीमिया और थैलीसिमिया जैसी बिमारियों से ग्रसित हो गयी है। अब उसे वैम्पायर की तरह धूप में जाने से भी तकलीफ होती है। भले ही यह घटना सुनने में अजीब लग रही है लेकिन एकदम सच है.