चंपावत में जिलाधिकारी डॉक्टर अहमद इकबाल के आदेश के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है दरअसल चंपावत जिला अधिकारी डॉक्टर अहमद इकबाल ने सड़क सुरक्षा कमेटी की बैठक में लोगों ने अफसरों के दफ्तर आने जाने में साइकिल के प्रयोग का सुझाव दिया था. इसी के मद्देनजर सभी विभागों के अफसर को ऑफिस आने जाने में साइकिल के प्रयोग करने का जिलाधिकारी ने आदेश जारी कर दिया. दरअसल चंपावत जिले के सभी अधिकारी अपने आवास से कलेक्ट्रेट और विकास भवन तक आने के लिए सरकारी वाहनों का ही प्रयोग करते हैं इससे महंमद में सालाना लाखों रुपए खर्च हो रहे हैं साथ ही प्रदूषण भी बढ़ रहा है और दफ्तरों के बाहर हमेशा ही वाहनों का रेला लगा रहता है जिसके चलते हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. इसके मद्देनजर DM ने कलेक्ट्रेट और विकास भवन के सभी अधिकारियों को साइकिल से दफ्तर पहुंचने का फरमान जारी कर दिया है. DM साहब ने बकायदा सभी विभागों को विभागीय फंड से साइकिल खरीदने के आदेश भी जारी कर दिए हैं नई व्यवस्था जनवरी माह से शुरू होगी. बता दे कि सरकारी विभागों में वाहन मद पर फिजूलखर्ची और पर्यावरण रोकने के मकसद से जिलाधिकारी ने यह निर्णय लिया है. जिलाधिकारी के आदेश के बाद चंपावत जिले में ही नहीं बल्कि सचिवालय में भी चर्चाओं का माहौल गर्म है लेकिन बड़ा सवाल यही है कि आखिर कब तक अफसर साइकिल से दफ्तर आएंगे या फिर जो साइकिलें खरीदी जाएंगी वह उनके घरों की शोभा बढ़ाएगी और सरकार के ऊपर एक और नया बोझ पड़ जाएगा.