

इसके साथ ही कोटद्वार के लोगों की वर्षों पुरानी एक मांग सोमवार को पूरी हो गई। जल्द ही सोनानदी रेंज में पड़ने वाले पाखरों गेट को भी सफारी वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। सफारी वाहनों का संचालन शुरू होने से कार्बेट पार्क प्रशासन को करीब 25 हजार रुपये की आमदनी भी हुई। कोटद्वार के मॉडल मांटेसरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कार्बेट पार्क के हल्दूखाल-वतनबासा पर्यटन जोन में सफारी वाहन संचालन सहित आठ विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया।
इस दौरान सीएम ने कहा कि कोटद्वार को गढ़वाल का द्वार कहा जाता है, अब यहां से कार्बेट के रूप में विकास का द्वार भी खुल गया है। उन्होंने 15 किसानों को पं. दीनदयाल उपाध्याय कृषि ऋण योजना के एक-एक लाख रुपये के चेक भी दिए। सीएम ने कहा कि उनका उद्देश्य प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाने का है लेकिन, सरकारी कर्मचारी हड़ताल कर प्रदेश के विकास में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जनता का समर्थन मांगते हुए हड़ताली सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
