उत्तराखंड के रुड़की कोर्ट परिसर में दिन दहाड़े गैंगवार से हड़कम्प मच गया। पेशी पर लाये कुख्यात देवपाल राणा पर चार बदमाशो ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमे राणा की उपचार के दौरान मौत हो गयी। जबकि सहारनपुर ज़िले के नकुड़ निवासी सतीश और अमित गोली लगने से घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक, अमित और सतीश भी पेशी पर आए थे, हालांकि इस दौरान कोर्ट परिसर में आई आर बी के कई जवानों ने मोर्चा संभालते हुए बदमाशो पर भी फायरिंग कर दी। खबर है कि पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से नाइन एमएम की दो पिस्टल भी बरामद हुई है इस घटना से कोर्ट परिसर में हड़कंप मचा हुआ है। आनन फानन में कोर्ट को बंद कर दिया गया है। वहीं पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए है। पुलिस पकड़े गए बदमाशो से पूछताछ करने में जुटी है रुड़की पहुंचे एसएसपी केके वीके ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही हैं वही कुख्यात देवपाल राणा की गोली लगने से मौत हो चुकी हैं । आपको बतादे कि बदमाश देवपाल राणा को एसटीएफ ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र से गिरफ्तार किया था. 5 अगस्त 2014 को सुनील राठी के गुर्गों ने चीनू पंडित और उसके साथियों पर उस समय गोलियां बरसा दी थी, जब चीनू जेल से जमानत पर बाहर आ रहा था. इसमें चीनू पंडित के तीन साथियों की गोलियां लगने से मौत हो गई थी.
इस घटना में देवपाल राणा, अमित उर्फ भूरा, सुशील चौधरी, अजित मखियाली, विश्वास उर्फ विशु के नाम सामने आए थे. अपर पुलिस महानिदेशक ने बदमाश देवपाल राणा पर 20 हजार रुपये इनाम रखा था. उसकी गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टास्क फोर्स को लगाया गया था. इसके बाद एसटीएफ ने उसे कुरुक्षेत्र हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया. कहा जा रहा है कि देवपाल राणा उत्तराखंड पुलिस का बर्खास्त सिपाही है. साल 2002 में मंगलौर क्षेत्र में हुई लूट के मामले में वह गिरफ्तार हुआ था. इसके बाद वह कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के संपर्क में आया था. उसके के लिए चौथ वसूली का काम करने लगा, लेकिन एक संपत्ति के बंटवारे की वजह से उनमें मतभेद हो गया.