
उत्तराखंड के डीजीपी की प्राइवेट कार का सिटी पेट्रोल यूनिट (CPU) के एक सिपाही और दरोगा ने रविवार दोपहर चालान काट दिया। लेकिन जब डीजीपी अनिल रतूड़ी कार से बाहर आ गये तो सिपाही और दरोगा के होश उड़ गए। इसके बावजूद डीजीपी ने सादगी का परिचय देते हुए तुरंत इस चालान का भुगतान कर सिफारशी और रसूखदार लोगों के लिए मिसाल कायम कर डाली। रविवार दोपहर डीजीपी अनिल रतूड़ी अपनी की प्राइवेट कार से राजपुर रोड स्थित दिलाराम से गुजर रहे थे. इस दौरान प्राइवेट कार (जिसे DGP की बताई जा रही है) दिलाराम चौक स्थित सिग्नल पर वाइट लाइन क्रॉस कर गई. इतने में CPU ड्यूटी पर तैनात सब इंस्पेक्टर अशोक डंगवाल और सिपाही अर्जुन सिंह डीजीपी के कार की रोक रिकॉर्डिंग शुरू कर दी।
इतने में जब अनिल रतूड़ी कार से बाहर आ गये तो सिपाही और दरोगा के होश उड़ गये. इधर डीजीपी रतूड़ी ने पद का रसूक न दिखाते हुए चालान का जुर्माना सिपाही के हाथ में दे दिया। 100 रूपये का चालान भुगतने के बाद डीजीपी अनिल रतूड़ी बेहद विनम्रता पूर्वक वहां से चले गये। बहरहाल रविवार दोपहर हुई इस घटना के बाद सोशल मिडिया में डीजीपी की सादगी को लेकर जमकर चर्चा हो रही है. आपको बता दें कि अनिल रतूड़ी बेहद सरल स्वभाव और साधारण तरीके से रहने वाले डीजीपी हैं. इतना ही नहीं DGP रतूड़ी की पत्नी राधा रतूड़ी भी आपने कार्यकुशला और सादगी के लिए पूरी अफसरशाही में अलग से पहचानी जाती हैं।