बड़ी खबर : यूपी, उत्तराखंड,दिल्ली,राजस्थान समेत तमाम राज्यों में चोटी कटने की घटना को लेकर महिलाओं में खौफ के साथ तरह- तरह की चर्चा हैं, तो वहीं बुलन्दशहर के सिकन्दराबाद के एक परिवार का दावा है, की उसने एक बिल्ली जैसे, बड़े जानवर को घर की युवती की चोटी काटने के दौरान कपड़ें में दबोच लिया है परिवार ने पुलिस बुलाकर उस जानवर को एक बड़ी पॉलिथीन में बंदकर पुलिस को सौप दिया, लेकिन हैरानी की बात यह है, कि जब उस पॉलिथीन को सिकन्द्राबाद कोतवाली में पुलिस की मौजूदगी में खोला गया तो वो खाली थी, जिसके बाद बुलन्दशहर में एक बार फिर चोटी कटने की घटना को लेकर तरह तरह की चर्चा शुरू हो गई हैं।

बुलन्दशहर के सिकन्द्राबाद कोतवाली से महज 50 मीटर की दूरी पर स्तिथ एक घर में उस समय अफरातफरी मची गई… जब परिवार ने दावा किया की उसने एक बिल्ली जैसे, बड़े जानवर को घर की युवती की चोटी काटने के दौरान कपड़ें में दबोच लिया है क्योंकि जो दावा किया जा रहा है, जिसे देखने को तो हर किसी की निगाहें बेताब थी, लेकिन दिल के किसी कोने में कहीं ना कहीं एक अजीब सा डर है,

दरसल घर के बन्द कमरे में परिवार के साथ सो रही आरती को, कुछ अजीब सी आवाज़ सुनाई देने लगीं जिसके बाद जिसकी जानकारी उसने साथ सो रही बहन को दी, वहीं चारपाई से कुछ ही दूरी पर सो रहा भाई भी बहनों की आवाज़ सुन जाग उठा, तो उसने बहन की चोटी को छूते किसी ऐसे जानवर को देखा, जो दिखने में तो बिल्ली जैसा था, लेकिन साइज में वो बिल्ली से भी और बड़ा था, पीड़िता की माने तो भाई ने उसे पास में पड़ी चादर में दबोच लिया, और शोर मचाकर, पूरे परिवार को भी जगा दिया, शोर की आवाज़ सुनी तो घर में लोग जमा हुए, और जानकारी पुलिस को दी गई, मौके पर पहुंची पुलिस ने उस कपड़े को एक बड़ी पॉलिथीन में रखवाया, और पॉलिथीन को पीड़ितों के साथ थाने ले आई, चोटी काटने पर पकड़े जाने की ख़बर आग की तरह इलाके में फैल गई और थाने में लोगों का जमावड़ा जम गया, वहीं जब पन्नी को खोला गया तो वो खाली निकली, वहीं पीडित परिवार इसके बाद और सदमे में है, वो इस बात से हैरान है, कि जिसे पूरे परिवार के बीच दबोचा गया वो जानवर इस पॉलिथीन से कैसे गायब हो गया, वहीं घटना के बाद पीड़िता इतनी दहशत और घबराई हुई है की घटना बताने के बाद भी देर तक कांपती रही।
वंही कोतवाली में तैनात कॉन्स्टेबल अक्षय ने बताया कि ये सब परिवार का बहम था पॉलिथीन के अन्दर सिर्फ कपडा रखा हुआ था, लेकिन सवाल ये उठता है, कि पीड़ित परिवार के घर का हर सदस्य बिल्ली जैसे जानवर को देखने और पकड़ने का दावा क्यों कर रहा है