
बिहार की 243 सदस्यों की विधानसभा में नीतीश सरकार को बहुमत के लिए 122 सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी. जेडीयू के 71, बीजेपी के 53, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के 2, एलजेपी के 2, जीतनराम मांझी की पार्टी ‘हम’ के 1 और 3 निर्दलीय विधायक शामिल हैं. एनडीए का दावा है कि उनके पक्ष में 132 सदस्य हैं. वहीं सबसे बड़े दल आरजेडी के खाते में 80, कांग्रेस के पास 27 और सीपीएम के पास 3 विधायक हैं.

सदन में बहुमत साबित करने के बाद नितीश कुमार ने कहा की बिहार में उनको बहुमत विकास के काम करने के लिए मिला था लेकिन आरजेडी ने अपने अहंकार के लिए गठबंधन तुड़वाया है
वंही डिप्टी सीएम आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा है की उनको सत्ता भष्टाचार के लिए नहीं बल्कि विकास के लिए मिली थी.उन्होंने सीधा लालू पर हमला बोलते हुए कहा की बेमानी सम्पति बनाने के लिए नहीं मिला था बहुमत।
उधर लालू के पुत्र तेजस्वी यादव ने भी नितीश पर तंज कसते हुए कहा की नीतीश डर गए, रणछोड़ बीजेपी की गोद में जाकर बैठ गए है