शीध्रपतन जैसी समस्याओं से बचने के लिए वैदिक वाटिका आपको बता रही है आसान नुस्खे।

1- बबूल के पत्ते, छाल, फल, गोंद और फूल को बराबर मात्रा में लेकर अच्छे से सुखा लें और फिर इसे पीस लें। अब कपड़े से छानकर इसे किसी शीशी में भरकर रख दें। बबूल के बने इस चूर्ण का सेवन सुबह और शाम को पानी के साथ एक-एक चम्मच लें। यह उपाय दो माह तक करें। इस उपाय से वीर्य का जल्दी गिरना बंद हो जाता है।

2- अश्वगंधा 100 ग्राम, मुलहठी 50 ग्राम और शतावर 200 ग्राम। इन सभी को मिलाएं और पीसकर चूर्ण बना लें। और साफ कपड़े से छानकर कांच की शीशी में भर लें। मुलहठी से बने इस चूर्ण को रोज सुबह-शाम आधा चम्म्च मीठे दूध के साथ सेवन करना चाहिए। यह उपाय शीध्रपतन को ठीक करता है।

3- 50 ग्राम अष्वगंधा, 50 ग्राम नागकेसर और अजवायन को मिला लें और इसे पीस लें। अब इसे किसी साफ कपड़े से छानकर कांच की बोतल में रख लें। इस चूर्ण को हल्के गर्म दूध में आधी चम्मच मिलाकर सुबह के समय में सेवन करें। इस उपाय को रोज करने से वीर्य जल्दी से नहीं झड़ता है।

4-आधा चम्मच पिसी हुई अजवायन और एक चम्मच पिसी हुई बारीक मिश्री को मिलाकर सुबह- शाम गुनगुने दूध के साथ सेवन करें। यह नुस्खा भी वीर्य को जल्दी गिरने की समस्या को ठीक करता है।

5-100 ग्राम पिसी हुई धनिया और 100 ग्राम पिसी हुई मिश्री को बराबर मात्रा में मिला लें और इस चूर्ण को किसी कांच की बोतल या शीशी में भर लें। यह चूर्ण सुबह के समय खाली पेट एक चम्मच मठ्ठे के साथ सेवन करें। और रात में भी एक चम्मव छाछ के साथ लें। इस अचूक उपाय से वीर्य जल्दी से नहीं गिरता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here