नई दिल्ली: देश में रोजमर्रा के उपयोग के उपभोक्ता सामान बनाने वाली सात प्रमुख कंपनियों की आमदनी 2015-16 में घरेलू बाजार में काम कर रही अपनी सात प्रमुख विदेशी प्रतिस्पर्धी फर्मों से अच्छी रही. यह जानकारी एक ताजा रिपोर्ट में दी गई है.
एसोचैम-टेकस्की अनुसंधान रिपोर्ट के अनुसार पिछले वित्त वर्ष के दौरान सात प्रमुख घरेलू एफएमसीजी कंपनियों की संयुक्त आय 11.066 अरब डॉलर यानी 738.35 अरब रुपये से कुछ अधिक के बराबर रही. इसी दौरान भारत के इस क्षेत्र की सात विदेशी कंपनियों की आय करीब 9.44 अरब डलार यानी 629.6 अरब रुपये से कुछ ज्यादा थी.
प्रमुख घरेलू कंपनी आईटीसी ने आलोच्य अवधि में करीब 5.94 अरब डॉलर की आय दर्ज की. ब्रिटेनिया इंडस्ट्रीज की आय 1.2 अरब डॉलर, डाबर इंडिया करीब 88.5 करोड़ डॉलर और गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने 74 करोड़ डॉलर से कुछ अधिक कमाई की.
पिछले वित्त वर्ष में मारिको की कमाई 76 करोड़ डॉलर से कुछ अधिक और अमूल की कमाई करीब 74.4 अरब डॉलर रही. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान पतंजलि आयुर्वेद के प्रदर्शन का कोई जवाब नहीं रहा. इस कंपनी ने 146.31 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पिछले वित्त वर्ष में करीब 77 करोड़ डॉलर की वृद्धि दर्ज की.
इसके उलट पिछले वित्त वर्ष में हिंदुस्तान यूनीलीवर की आमदानी 4.9 अरब डॉलर से कुछ अधिक रही. प्रॉक्टर एंड गैंबल हाइजीन एंड हेल्थ केयर लिमीटेड की कमाई 38.2 करोड़ डॉलर रही. ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन कंज्यूमर हेल्डकेयर लिमीटेड की आमदनी 66.3 करोड़ डॉलर थी. कॉलगेट-पामोलिव (इंडिया) तथा जिलेट की आय इसी दौरान क्रमश: 64 करोड़ और 32.16 करोड़ डॉलर थी. इसी दौरान नेस्ले और पेप्सिको ने क्रमश: करीब 1.26 अरब डॉलर और 1.25 अरब डॉलर का की आय दर्ज की.