केदारनाथ ट्रेकिंग रूट पर नरकंकाल मिलने की खबर से सरकार के होश उड़ गए है। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार ने आईजी की टीम को भेजकर तुरंत कार्यवाही करने के आदेश दिए है।
हाल ही में एक ट्रैकर्स दल केदारनाथ को ट्रैकिंग करते हुए गया था। इस दल के सदस्यों ने रुद्रप्रयाग प्रशासन से साथ ही मीडिया को जानकारी दी कि त्रियुगीनारायण से करीब दस किलोमीटर आगे तक ट्रैक में दर्जनों स्थानों पर नर कंकाल देखे गए हैं।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आइजी संजय गुंज्याल को दो टीम बनाकर सर्च अभियान चलाने को कहा है। उन्होंने कहा कि यदि नर कंगाल मिलते हैं तो सभी का विधिवत अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गौरतलब है कि वर्ष 2013 में जून माह में केदारनाथ आपदा के दौरान हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो गई थी। अभी भी वहां शवों के दबे होने की संभावनाएं जताई जा रही है। साथ ही आसपास के इलाकों व ट्रैक रूट पर भी ऐसे कंकाल समय-समय पर मिलते रहे हैं।