विज़न 2020 न्यूज: बीजेपी आलाकमान ने उत्तराखंड 2017 फतेह करने की जिम्मेदारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा और पेट्रोलियम राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र प्रधान को सौंपी है। संगठन की दृष्टि से दोनों नेताओं के पास काफी अनुभव है, जहां एक ओर प्रधान को उत्तराखंड के मामले को लेकर काफी अनुभव है तो, वही नड्डा को कठिन चुनावी समीकरणों के बीच पलड़ा अपने पक्ष में झुकाने की महारथ हासिल है, बहरहाल अब सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि प्रदेश में जिस तरह पार्टी के बीच आए दिन खींचतान और गुटबाजी की खबरे चल रही है, उसके बीच ये दोनों नेता पहाड़ में कमल खिलाने में सफल हो पाएंगे? गौरलतब है कि इस समय पार्टी में विजय बहुगुणा को मिलाकर चार-चार पूर्व मुख्यमंत्री हैं, और कांग्रेस के नौ बागी विधायकों को लेकर पार्टी में वैसे ही विरोध के स्वर उठ रहे हैं, अब इन नौ बागी विधायकों को लेकर पार्टी में एक राय बनाना इन दोनों नेताओं के सामने बड़ी चुनौती होगी।
प्रदेश में अभी तक बीजेपी की तरफ से पार्टी चेहरा घोषित नहीं किया गया, जबकि कांग्रेस की ओर से हरीश रावत का चेहरा सामने है। प्रदेश में बीजेपी का चेहरा कौन होगा, इसको लेकर भी नड्डा और प्रधान के समक्ष कई चुनौतियां होंगी, बहरहाल अब ये देखना दिलचस्प होगा कि दोनों नेता हरदा फैक्टर का मुकाबला करने की रणनीति बनाने के साथ-साथ पार्टी में चल रही गुटबाजी को दूर करके 2017 मिशन फतेह करेंगे या नहीं।