अरे भई आजम जी,,,, अब बस भी करिए

azam-khan-620x400
आजकल न जाने क्या फैशन चल गया है, देश में कोई भी घटना हो उसे राजनीतिक साजिश करार दिया जाता है। हमारे नेता भी इतने असंवेदनशील हो गए है कि कुछ भी कहने में परहेज नही करते। बस बोलना है चाहे सारी मर्यादाए ही क्यों न पार हो जाए। ऐसा ही हाल कुछ समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान का भी है। आजम खान भी इन दिनों राजनीतिक साजिशों का शिकार करार दे रहे है सभी मसलों को। वैसे कितना अजीब  है पार्टी के वरिष्ठ नेता है आजम और अक्सर तुच्छ बात कर जाते है। अरे भई आजम जी, अब बस भी करिए,,, जनता थक गई है आपसे ऐसी बाते सुनकर।

आजम खान अपने हठीले और अड़ियल रवैये को लेकर मशहूर है। अक्सर बड़े मामलों में बेतुके बयान देते है। हाल ही में बुलंदशहर में हुए दर्दनाक गैगरेप को आजम खान ने राजनीतिक साजिश बताया था जिससे पीड़िता तो आहत हुई थी साथ ही जन आवाम भी ये सोच कर शर्मसार थी कि कैसे कोई नेता ऐसे हादसे को राजनीतिक साजिश कह सकता है। कही आजम का ऐसा कहना तो राजनीतिक साजिश का हिस्सा तो नही ताकि सुर्खियां बटोर सके। फिलहाल ऐसी साजिशों को दरकिनार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान को फटकार लगायी है।

आज पीड़िता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के राज्यमंत्री आजम खान को लताड़ लगाते हुए कहा कि क्या  प्रशासनिक स्तर पर बैठा या सरकार के अहम ओहदे पर बैठा व्यक्ति ये कह सकता है कि इस तरह की घटनाएं राजनीतिक साजिश के तहत होती हैं. जबकि घटना से व्यक्ति का कोई लेना-देना ना हो. क्या राज्य सरकार और कानून व्यवस्था को बरकरार रखने की जिम्मेदारी वाला शख्स ऐसे बयानों की अनुमति दे सकता है जिसका असर पीड़िता पर पड़ेगा और वो निष्पक्ष जांच में अपना विश्वास खो देगी. क्या ये संविधान द्वारा दिए गए बोलने के अधिकार की सीमा को पार करना नहीं है.

यूपी में वारदाते होना कोई आज की बात नही है। कितनी बार जघन्य अपराध यूपी में हुए और समय के साथ उनकी आग भी ठंडी हो गई। मामले जब तक मीडिया की सुर्खियों में रहे तब तक तो ठीक, फिर सब भूल ही जाइए। लेकिन इन सब में एक बात ये भी है कि इन नेताओं के ऐसे बयान जरूर कुछ समय तक मामले को हवा देते है। और बड़बोड़ेपन के चक्कर में अपने ही तोते उड़ा लेते है  ये नेता।
अरे माननीयों बंद करे यू संवेदनशील मामलों में असंवेदन बयान देना। फ्रिक न करे चुनाव में सुर्खियां बटोरने के लिए  और भी तरीके है पर ये बयान आप पद सूट नही करते। आजम खान पर आज कोर्ट ने लाठी तो  बरसायी है। तो अब तो जरा संभल जाइए खान साहब, आपको जनता ने अपने लिए चुना है तो बंटाधार करना जरा बंद करिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here