गुजरात। उना में दलितों पर अत्याचार की घटना पर विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि विरोधी दल गुजरात को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को और बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) को बदनाम करने के लिए इस मुद्दे को जिंदा रखने की कोशिश कर रहे हैं. एक कार्यक्रम में रूपानी ने कहा,घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी लेकिन राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश में बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.
उन्होंने ये दावा भी किया और कहा, ‘‘देशभर में दलितों पर अत्याचार के मामलों के आंकड़े साबित करते हैं कि गुजरात ऐसा राज्य है जहां उनके खिलाफ अपराध कम हैं.’’ रूपानी ने गुजरात में दलितों के खिलाफ मामले 300 प्रतिशत बढ़ने के कांग्रेस के आरोपों को झूठा बताकर खारिज कर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात में कांग्रेस और बीजेपी के शासनों में दलितों पर अत्याचार के मामलों की तुलना करें तो बीजेपी सरकार में इनमें कमी आई है.