नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने कल पहली बार टाउनहाल में जनता से संवाद किया। पीएम मोदी से पहले तीन सवाल देश के तीन राज्यों से आए, जिनमें सुशासन, अर्थव्यवस्था और सेहत को लेकर पीएम का नजरिया मांगा गया। यहां मोदी ने गाय के नाम पर देश में राजनीति के ग्यारह महीने बाद पहली बार गाय पर बोले। उन्होंने कहा कि गौरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी हो रही है और ये कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिसके बाद अब हिन्दू महासभा पीएम के बयान के खिलाफ खड़ी हो गई है।
अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा ने कहा कि अगर गौरक्षा में कुछ घटनाये हो जाती हैं तो मारपीट करने वालों को जेल भी भेजा जाता है। लेकिन 70-80 फीसदी लोगों को अपराधी कहना गलत है। मुन्ना ने कहा कि 2014 के चुनाव में मोदी ने गौ हत्या पर रोक लगाने का वादा किया था, लेकिन गौ हत्या बढ़ गयी। अगर एक भी गौरक्षा करने वाले गिरफ्तार हुए तो हम इसका कड़ा विरोध करेंगे। मोदी संसद में ध्यान भटकाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं।
गौरक्षा पर क्या बोले थे मोदी
कल पीएम मोदी ने कहा था कि गौरक्षा के नाम पर कुछ लोग अपनी दुकाने खोलकर बैठे हैं। गौसेवक बनने वाले लोगों पर मुझे बहुत गुस्सा आता है। पुराने जमाने में बादशाहों और राजाओं की लड़ाई होती थी। बादशाह युद्ध के समय आगे गाय रखते थे और जीत जाते थे। कुछ लोग रात को गोरखधंधे करते हैं और दिन में गौरक्षक का चोला पहन लेते हैं। अपनी बुराइयों से बचने के लिए गौरक्षकों बनने का नाटक करते हैं। गाय सबसे ज्यादा प्लास्टिक खाने से मरती हैं। खुद को गौरक्षक बताने वाले अगर लोगों से प्लास्टिक फेंकना बंद करवा दें तो वो ही बहुत है।