त्योहार से पहले मिलावटखोरी पर बड़ा एक्शन, FDA की टीम ने सख्ती बरतते हुए सभी दुकानों से सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। लक्सर: नवरात्र जैसे पावन पर्व से पहले जहां बाजारों में चहल-पहल है, वहीं मिलावटखोरों की गतिविधियों पर खाद्य सुरक्षा विभाग की नजर भी पैनी हो गई है। त्योहार से ठीक पहले लक्सर में खाद्य सुरक्षा विभाग और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने मिलावट पर बड़ी कार्रवाई की है।
टीम ने लक्सर क्षेत्र में कई किराना दुकानों और आटा चक्कियों पर छापेमारी कर पुराना और डुप्लीकेट कुट्टू का आटा जब्त किया। इस कार्रवाई की भनक लगते ही कई दुकानदार दुकानें बंद कर मौके से फरार हो गए। खाद्य विभाग ने कुट्टू आटे की सभी दुकानों से सैंपल जांच के लिए एकत्र किए हैं।
एक आटा चक्की से 50 किलो पुराना कुट्टू आटा जब्त किया गया, जिसे मौके पर ही जमीन में दबाकर नष्ट कर दिया गया। फूड इंस्पेक्टर दिलीप जैन ने बताया कि सभी सैंपल लैब भेजे जा रहे हैं और रिपोर्ट आने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह कदम इसलिए भी अहम है क्योंकि पिछले वर्ष चैत्र नवरात्र के दौरान लक्सर क्षेत्र के कई गांवों में कुट्टू का आटा खाने से फूड पॉइज़निंग की घटनाएं सामने आई थीं।
निरंजनपुर गांव के सुनील के परिवार में अंकिता, रिया, रितिका, सरोज, वैभव, शालू, उषा, वृंदा, अंकित और निधि को व्रत खोलने के बाद बनी कुट्टू की रोटियां खाने पर उल्टी-दस्त और चक्कर की शिकायत हुई थी। हालत बिगड़ने पर सभी को निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। इसी तरह खेड़ी कला गांव में भी अभिषेक के परिवार के कई सदस्य बीमार पड़ गए थे।
इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए अब प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के कुट्टू का आटा बेचना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। अब यह केवल सीलबंद पैकिंग में ही बिकेगा, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और मानक के अनुरूप उत्पाद मिल सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी FDA को निर्देश दिए हैं कि नवरात्र और त्योहारी सीजन में किसी भी प्रकार की लापरवाही या खाद्य मिलावट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।