देहरादून: उत्तराखंड में अब शाम के पीक आवर्स में UPCL को बाजार से महंगी बिजली खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। राज्य नियामक आयोग ने यूईआरसी (नवीकरण ऊर्जा स्रोतों तथा गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित सह उत्पादक स्टेशनों से विद्युत की आपूर्ति हेतु शुल्क एवं अन्य निबंधन (द्वितीय संशोधन) विनियम 2025 का ड्राफ्ट जारी किया है, जिस पर 3 अक्टूबर तक सुझाव मांगे गए हैं।
इस नए नियम के तहत यूपीसीएल राज्य में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) लगाएगा, जिससे दिन के समय सस्ती बिजली को स्टोर किया जाएगा। शाम के पीक समय में इस स्टोर की गई बिजली का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे महंगे बाजार से बिजली खरीदने की जरूरत खत्म हो जाएगी।
नियामक आयोग के मुताबिक, UPCL ही इन बैटरी सिस्टम की निविदा निकालेगा और तय करेगा कि यह प्रणाली व्यावहारिक है या नहीं। स्टोरेज सिस्टम लगाने वाली संस्थाओं को अब आठ प्रतिशत के बजाए टैरिफ पर प्रति यूनिट पांच पैसे मिलेंगे, जिससे बिजली की लागत घटेगी और जनता को सस्ती बिजली मिलेगी।
जानकारी के अनुसार, UPCL दिन के समय सस्ती बिजली बाजार से खरीदेगा और उसे बैटरी में स्टोर करेगा। शाम के पीक आवर्स में इस बिजली का उपयोग होगा, जिसकी कीमत लगभग पांच रुपये प्रति यूनिट होगी। जबकि पीक आवर्स में बाजार में बिजली के दाम 12 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच जाते हैं।