गाजियाबाद में सिपाही विपिन को कुचलने वाला हिस्ट्रीशीटर निकला। आरोपी ने 130 की गति से कार दौड़ाकर यातायात पुलिसकर्मी विपिन को टक्कर मारी थी। विपिन कुमार की वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुई थी।गाजियाबाद: 22 अगस्त को गाज़ियाबाद के विजयनगर क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें यातायात पुलिसकर्मी विपिन कुमार ने अपनी जान गंवा दी। घटना में न केवल आरोपी विनीत मधुबन (बापूधाम थाने का हिस्ट्रीशीटर) शामिल था, बल्कि उसके पिता और चाचा के नाम पर भी दर्ज़ हैं रिकॉर्ड। उनके खिलाफ मारपीट और चोरी से जुड़े छह केस पहले से मौजूद थे।
घटना की दिल दहला देने वाली बातें:
-
130 किमी/घंटा की रफ्तार: आरोपी ने अपनी लेन छोड़कर विपिन को टक्कर मारी, जिससे वह उछलकर कार के बोनट तक जा पहुंचा और करीब 50 मीटर दूर फर्श पर जाकर गिरा; सिर पर गंभीर चोट के चलते अस्पताल में सुबह चार बजे उसकी मृत्यु हो गई।
-
शोशा हुआ परिवार: विपिन की पत्नी और तीन बच्चे हैं — दो बेटे और एक बेटी। उनकी मां, कमलेश देवी, दोपहर तक मेडिकल होने और आराम करने की सलाह देते हुए कहते रहती थीं, “आज दिल घबरा रहा है।” दुख की बात यह है कि थोड़ी देर बाद उन्हें फोन कर हादसे की सूचना दी गई।
परिवार को अंतिम श्रद्धांजलि:
विपिन की अंतिम यात्रा दुखभाव में सम्पन्न हुई, जहां सीओ खुर्जा पूर्णिमा सिंह, अन्य पुलिस अधिकारियों और साथियों ने राजकीय सम्मान के साथ पुष्प अर्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पुख्ता मामला, त्वरित कार्रवाई:
पुलिस की जांच में यह साफ़ हुआ कि यह दुर्घटना यादृच्छिक नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश थी जिसमें आरोपी और उसका परिवार शामिल था। आरोपी ने शराब पीकर जानबूझकर वाहन की रफ्तार बढ़ाई थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर पूछताछ और कार्रवाई तेज़ कर दी है।