हरिद्वार : पहलगाम, जम्मू-कश्मीर में एक दिन पूर्व में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, आतंकियों ने पीड़ितों से उनका धर्म पूछकर टारगेट करते हुए 28 हिंदू नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया। इस जघन्य कृत्य को लेकर देशभर में आक्रोश है।
योगगुरु बाबा रामदेव ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे “इतिहास का सबसे कायरतापूर्ण और सुनियोजित हमला” बताया। उन्होंने कहा, “यह हमला सिर्फ निर्दोष हिंदुओं को टारगेट करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य भारत में हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव पैदा कर गृह युद्ध जैसे हालात उत्पन्न करना है।”
बाबा रामदेव के अनुसार, पीड़ितों से जबरन उनका धर्म पूछा गया और जो लोग अपने हिंदू होने की पहचान को नकार नहीं सके, उन्हें कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया गया। ऐसा करने से इनकार करने वालों को गोली मार दी गई।
पाकिस्तान पर सीधा आरोप
बाबा रामदेव ने इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ बताया है। उन्होंने भारत सरकार से अपील की कि अब समय आ गया है जब पाकिस्तान को मज़बूत जवाब देना चाहिए। उनका कहना था कि, “भारत को अब अमेरिका और इजरायल की तरह सीधा एक्शन लेना होगा। पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को जड़ से समाप्त किया जाए।”
बलूचिस्तान और विलय की मांग
उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है कि भारत बलूचिस्तान को स्वतंत्र कराने की दिशा में कार्य करे और पाकिस्तान को भारत में विलय करने के लिए निर्णायक कदम उठाए।” बाबा रामदेव ने यह भी कहा कि “देश के हर नागरिक को अब सैनिक की तरह खड़ा होना होगा, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।”
सेक्युलर सोच वालों को दी चेतावनी
बाबा रामदेव ने देश में तथाकथित “सेक्युलर सोच” रखने वाले लोगों से भी अपील की कि वे इस घटना से सीख लें और आतंकवाद के विरुद्ध स्पष्ट और ठोस स्टैंड लें।