देहरादून : उत्तराखंड की प्रतिष्ठित चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही इस धार्मिक यात्रा की शुरुआत होगी। इस अवसर पर शासन और प्रशासन ने यात्रा की सफलता के लिए सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जोर-शोर से काम करना शुरू कर दिया है।
इसी बीच, उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत और चारधामों के पुरोहितों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस मुलाकात में पुरोहितों ने शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। वहीं, मुख्यमंत्री धामी ने तीर्थ पुरोहितों से चारधाम यात्रा को बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी प्राप्त किए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार तीर्थ पुरोहितों के सहयोग से चारधाम यात्रा को और भी सफल और बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि चारधामों के कपाट खुलने से पहले सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जाएगा। इसके साथ ही, शीतकालीन चारधाम यात्रा को भी बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शीतकालीन यात्रा के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य सरकार व्यापक योजना बना रही है। पिछले साल की यात्रा से जो कमियां सामने आई थीं, उन्हें इस साल दूर किया जाएगा। इसके अलावा, प्रशासन यात्रा से पहले सभी तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक करेगा, ताकि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा, “चारधाम यात्रा के साथ-साथ हमें अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन स्थलों का भी प्रचार-प्रसार करना है, ताकि वहां अधिक से अधिक श्रद्धालु पहुंचे।” मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि चारधाम यात्रा राज्य की समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है, और इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार सभी प्रयासों में जुटी हुई है।
उत्तराखंड तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महासचिव बृजेश सती ने मुख्यमंत्री धामी की चारधाम यात्रा के विकास को लेकर की जा रही कोशिशों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मां गंगा के शीतकालीन पूजा स्थल मुखवा (मुखीमठ) का निमंत्रण भेजा है, जो मुख्यमंत्री की चारधामों और पुरोहित समाज के प्रति संवेदना को दर्शाता है।
साथ ही, चारधाम यात्रा को बढ़ावा देने और शीतकालीन यात्रा के प्रचार-प्रसार के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने सराहना की है।