
विजिलेंस ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट दी है। शुरुआती रिपोर्ट में यह सामने आया है कि 20 इंस्पेक्टर ऐसे हैं, जिन्होंने धोखाधड़ी और नकल नेटवर्क के साथ मिलकर यह परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इस मामले में संबंधित जिलों के पुलिस कप्तानों को इन सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने के निर्देश भेजे गए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नकल पर सरकार सख्ती बरत रही है और अब तक 55 लोगों को जेल हो चुकी है। इसके खिलाफ सरकार कानून ला रही है, जिसके तहत जो नकल करवाएगा, उसकी संपत्ति जब्त की जाएगी और उम्रकैद की सजा होगी. जो नकल करेगा वो 10 सालों तक किसी भी परीक्षा में भाग नहीं ले पाएगा।