हरिद्वार – देश में हुई जुम्मे के बाद हिंसा के बाद आज विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय मार्गदर्शक की बैठक में संतो द्वारा इसका विरोध दर्ज कराया है।
उनका कहना है कि इस तरह से विरोध करना कहीं ना कहीं संविधान और कानून व्यवस्था को क्षति पहुंचाना है। आज विश्व हिंदू परिषद की बैठक में इन सभी मुद्दों को उठाया जाएगा और इन पर फैसला किया जाएगा।
वहीं निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी का कहना है कि उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा बहुत ही गंभीर विषय है। इस पर इस बैठक में विचार किया जाएगा।
वही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि यदि कोई भी विषय आपस में बैठाकर सुलझाया जा सकता है तो उसे दोनों धर्मगुरु को बैठकर सुलझा लेना चाहिए और हिंसा बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए।