देहरादून/मसूरी – मसूरी होमस्टे एसोसिएशन के द्वारा मसूरी एसडीएम नरेश चंद्र दुर्गापाल से बैठक कर मसूरी और आसपास के क्षेत्र में होमस्टे योजना को बढ़ाए जाने को लेकर बैठक की गई। इस मौके पर मसूरी होमस्टे एसोसिएशन के द्वारा होमस्टे योजनाओं को और बेहतर किए जाने को लेकर सुझाव दिए गए। जिसमें उनके द्वारा होमस्टे को दिए जाने वाले लाइसेंस की अवधि 5 साल किए जाने का आग्रह किया गया।
उन्होंने कहा कि होटल के लाइसेंस एक बार बनाए जाते हैं परंतु होमस्टे के लाइसेंस हर साल रिन्यू कराए जाते हैं। जिससे कि होमस्टे संचालको को काफी दिक्कत होती है ऐसे में होमस्टे का लाइसेंस पांच साल के लिये बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि होमस्टे योजना के तहत 6 कमरों की अनुमति है जिसको 8 कमरे का किया जाना चाहिए। पंडित दीनदयाल होमस्टे योजना वित्त पोषित योजना है, जिसके तहत होमस्टे योजना के तहत काम करने वाले लोगों को आर्थिक रूप से मदद करने के साथ सस्ता लोन भी उपलब्ध कराया जाना चाहिए। मसूरी में पर्यटन विभाग के कार्यालय में सप्ताह में 2 दिन पर्यटन अधिकारी की भी नियुक्ति की जाए जिससे कि होमस्टे संचालकों के परेशानियों का निवारण हो सके।
मसूरी होमस्टे एसोसिएशन के अध्यक्ष देवी गोदियाल ने कहा कि सरकार द्वारा होमस्टे योजना का स्थानीय लोगों को भी मिल रहा है साथ में रोजगार भी उपलब्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग लगातार मसूरी और आसपास के क्षेत्र में होमस्टे से जुड़े लोगों की समय-समय पर परेशानियों को दूर करने का काम किया जाता है और इसी कारण मसूरी और आसपास के क्षेत्र में होमस्टे योजना लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कुछ सुझाव एसडीएम मसूरी को दिए गए हैं और उनको पूरा विश्वास है कि एसडीएम मसूरी द्वारा उनके सुझाव पर विचार विमर्श करेगे। मसूरी एसडीएम नरेश चंद दुर्गापाल ने कहा कि सरकार द्वारा पहाडी क्षेत्रों में लोगो को रोजगार के साधन उपलब्ध कराये जाने को लेकर होमस्टे योजना की शुरूआत की थी जिसको लोगो को फायदा मिल रहा है। परन्तु कुछ लोग होमस्टे योजना का गलत फायदा उठा रहे है जिसको लेकर प्रषासन लगातार कार्यवाही कर रहा है। उन्होने कहा कि मसूरी होमस्टे एसोसिएषन के द्वारा कई सुझाव दिये गए है जिसको लेकर जल्द वह शासन स्तर पर वार्ता करेेगे।




