नई दिल्लीः क्या आपको भी हॉट चॉकलेट बहुत पसंद हैं? अगर हां, तो सावधान हो जाएं क्योंकि ये उतना ही साल्टी है जितना की स्वीट. जी हां, हाल ही में आई एक रिसर्च में पाया गया है कि हॉट चॉकलेट में पाए जाने वाले स्वीटनर से 16 गुना ज्यादा साल्ट हॉट चॉकलेट में होता है. यानि निश्चिात सीमा से कहीं अधिक.
क्या कहती है रिसर्च-
रिसर्च में पाया गया कि एक बैग क्रिप्स आइटम खाना चॉकलेट पाउडर से ज्यादा अच्छा है. रिसर्च में 28 फूड कैटेगिरी पर जांच की गई जिनमें से सिर्फ ब्रेड रोल में नमक की सीमा नियंत्रित पाई गई.
नमक खाने के नुकसान-
ऐसा देखा गया है कि अधिकत्तर लोग एक तिहाई अधिक ही खाते हैं जिस कारण उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत होने लगती है. हार्ट, किडनी, आर्टरिज और ब्रेन पर अधिक स्ट्रेन पड़ता है. जिसके कारण हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डिमेंशिया और किडनी डिजीज होने का रिस्क बढ़ जाता है.
क्या कहती हैं न्यूट्रिशनिस्ट-
ब्रिटेन की न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि हम शायद ये भूल रहे हैं कि साल्ट एक किलर है. हमें ये जानकर हैरानी हो रही है कि बहुत से मैन्यूफैक्चर्स और रिटेलर्स साल्टी रिडक्शन टारगेट से बिल्कुल मेल नहीं खा रहे. जबकि कई साल से इस दिशा में काम किया जा रहा है. इससे पहले भी बहुत से फूड्स में नमक की मात्रा अधिक पाई गई थी.
रिसर्च में ये भी पाया गया है कि ब्रेकफास्ट में खाए जाने वाले सीरियल्स में अन्य फूड्स के मुकाबले 3 पर्सेंट नमक होता है.
शोधकर्ताओं ने ये भी नोट किया है कि रोजाना 8 ग्राम से 6 ग्राम तक नमक की कम मात्रा लेने से साभर में 14,000 असमय मौत को रोका जा सकता है.