कभी आपने अपनी हथेली को गौर से देखा है? आजकल पामिस्ट्री का इतना चलन है इसलिए आपने अवश्य ही देखा होगा। लेकिन ज्यादातर लोगों का ध्यान सिर्फ भाग्य रेखा, जीवन रेखा और विवाह रेखा तक ही सीमित रहता है।बहुत ही कम लोग होते हैं जो इनमें से किसी अन्य रेखा पर विचार करते हैं। आज हम आपके साथ हाथो पर बने निशानों के विषय में कुछ दिलचस्प जानकारी बाटेंगे। सामान्य रेखाएं तो हर किसी के हाथ में होती हैं लेकिन जानकारों के अनुसार हथेली पर किसी विशेष निशान की तरह जब रेखाएं मौजूद होती हैं तो वे पूर्व जन्मों में भगवान शिव और विष्णु की कृपा की ओर संकेत करती हैं।जिन व्यक्तियों के हाथ में ये निशान होते हैं उन्हें कम परिश्रम के एवज में बड़ी सफलता हाथ लगती है और इसका कारण होता है पिछले जन्म में उनके द्वारा किए गए पुण्य। जिसके फलस्वरूप उन्हें साक्षात ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है।आइए जानते हैं उन विशेष निशानों के विषय में।
त्रिशूल
त्रिशूल को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है और सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस भी व्यक्ति के हाथ में यह निशान मौजूद होता है उसे जन्म से ही महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। अगर यह त्रिशूल भाग्य रेखा पर बनता है तो वह व्यक्ति अत्याधिक भाग्यशाली होता है।
हृदय रेखा
जिस व्यक्ति की हृदय रेखा के सिरे पर और गुरु पर्वत के पास त्रिशूल बनता है वह व्यक्ति समाज में बहुत मान-प्रतिष्ठा हासिल करता है। यह व्यक्ति बहुत गुणी और संस्कारी होता है। धन और भाग्य हमेशा इनके साथ रहता है।
सूर्य रेखा
सूर्य रेखा पर बना चिह्न सरकारी क्षेत्र में लाभ प्रदान दिलवाता है। यह मान-सम्मान और लाभ के साथ उच्च पदासीन भी बनाता है।
विपरीत परिणाम
लेकिन अगर इस स्थिति में बने त्रिशूल के साथ कई अन्य छोटी-बड़ी रेखाएं निकल रही हों तो इसका परिणाम ठीक विपरीत होता है।
भगवान विष्णु
जिस तरह हाथ में बना त्रिशूल भगवान शिव का आशीर्वाद होता है वैसे ही अगर किसी व्यक्ति के हाथ में चक्र दिखाई देता है तो यह भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि दर्शाता है।
सामुद्रिक शास्त्र
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की दसों अंगुलियों पर चक्र बने होते हैं उस व्यक्ति को भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। प्राचीन काल में ऐसा माना जाता था कि ऐसा व्यक्ति महान राजा बनता है, वह चक्रवर्ती सम्राट होता है।
बड़े भूखंड का स्वामी
वर्तमान समय में तो राजा नहीं होते इसलिए ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति की अंगुलियों पर यह निशान बनता है वह बड़े भूखंड का स्वामी बनता जाता है और उसे सरकारी सम्मान हासिल होता है।
मत्स्य अवतार
भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार भी लिया था इसलिए हथेली पर मछली की आकृति दिखाई देना भी शुभ होता है। जिस व्यक्ति की भाग्य रेखा पर मछली की आकृति होती है वह व्यक्ति अत्याधिक भाग्यशाली होता है।
भाग्यशाली
वहीं अगर यह आकृति जीवन रेखा पर बनती है तो यह इस बात की ओर इशारा करती है कि वह व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होगा।
कमल
कमल को भगवान विष्णु का ही प्रतीक माना गया है, अगर किसी व्यक्ति की हथेली पर इसकी आकृति बनती है तो वह अगर गरीब घर में भी जन्म लेता है तो भी अपनी मेहनत और परिश्रम से वह धन-संपदा और मान-सम्मान हासिल करता है। हथेली की भाग्य रेखा, शनि। पर्वत, गुरु पर्वत, जीवन रेखा, शुक्र पर्वत पर कमल की आकृति का बनना बहुत शुभ माना गया है।
अब जरा गौर से देखिए अपनी हाथ की रेखाओं को, क्या पता आप अभी तक इस “लकी” रेखाओं से अपरिचित हों।