विज़न2020न्यूज।आयुर्वेद के इतिहास पर अगर नजर डाली जाए तो पता चलता है कि आयुर्वेद की जड़ सदियो पुरानी है। आयुर्वेद के नुसखे जितने पुराने है उतने ही गुणकारी है। आज हम नीम के गुणों के असर बताएगे जिसे पढ़कर आप भी रोजाना जिदंगी में नीम का प्रयोग करेगे।
- नीम की पत्तियों का रस पीने से चूँकि खून साफ़ होता है इसलिए इसका लाभ ये भी है कि किशोरावस्था में निकलने वाली मुहं की फुन्सिया भी नहीं होती है और चेहरा एकदम साफ़ और कांतिमय हो जाता है |
- दो भाग नीम की पत्तियों का रस एक एक भाग शहद मिलकर पीने से पीलिया रोग में भी बहुत लाभ मिलता है |
- नीम की सूखी पत्तियां भी कम काम की नहीं होती क्योंकि अगर आप उनकी आग जलाते है तो उत्पन्न धुंए से मछर तेजी से गायब होते है
- साथ ही नीम के पत्तों को अच्छी तरह पानी में मसलकर उसे छानकर पीने से कब्ज भी दूर होती है |
- स्नान करते समय भी आप गरम पानी में नीम की पत्तियां डाल सकते है जिस से आपको चमड़ी के रोगों से भी मुक्ति मिलती है |
- पथरी की समस्या से बचने के लिए लगभग 150 ग्राम नीम की पत्तियों को 1 लीटर पानी में पीसकर उबाल लें। इस पानी को सामान्य होने पर पी लें। नियमित रूप से ऐसा करने से पथरी निकल सकती है। पथरी यदि किडनी में है तो प्रतिदिन नीम के पत्तों की लगभग 2 ग्राम राख पानी के साथ लें। लाभ होगा