पूरा विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप झेल रहा हैं, भारत में प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार २१ दिन का लॉक डाउन चल रहा हैं। सभी राज्यों की सरकारे इस लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए प्रयासरत हैं और आये दिन नए प्रयोग किये जा रहे हैं जिससे ऐसी योजना बनायीं जाए जिससे कम से कम लोग घरो से बाहर जाएँ और उनको उनकी ज़रूरत का समान भी मिल जाये।
उत्तराखंड में लॉक डाउन को सफल बनाने और लोगो को किसी भी परेशानी से बचाने के लिए सुबह सात से दस बजे तक ज़रूरी खाद्य वितरण की दुकाने खोलने का निर्णय उत्तराखंड सरकार द्वारा लिया गया था, लेकिन दो दिन बाद ही लोगो की भीड़ को देखते हुए आज सरकार ने इसे सुबह सात से दोपहर एक बजे तक खोलने का निर्णय लिया। इस निर्णय का कई लोगो ने सोशल मीडिया के ज़रिये स्वागत किया एवं बहुत से लोगो का ऐसा मानना था की इसको चलते व्यवस्था ख़राब हो सकती हैं। बहरहाल सोशल मीडिया के ज़रिये इस नयी व्यवस्था पर कुछ लोगो ने अपने सुझाव भी दिए जिनमे से एक सुझाव सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा हैं।
लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए जाना होगा 21 वर्ष पीछे : परम दत्ता
देहरादून के रहने वाले युवा परम दत्ता ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर मुख्यमंत्री से एक अपील साझा की हैं जिसको कई लोगो ने शेयर किया। परम दत्ता लिखते हैं कि हमें इक्कीस साल पीछे जाना होगा लेकिन हमारा यह निर्णय हमें इकीस साल आगे लेकर जायेगा, हमारे रिपोर्टर ने उनके इस सुझाव को लेकर आज परम दत्ता से फ़ोन पर बात की, उनका कहना हैं पुराने समय में लोग हफ्ते भर का सामान घर में रखते थे बस हमने भी लोगो को यही करने के लिए प्रेरित करना हैं और सरकार से अनुरोध है कि वह यह सुनिश्चित करें की कोई भी व्यक्ति ज़रूरी सामान के लिए अपने घर से एक किलोमीटर से दूर न जाएँ। ऐसा करने से संक्रमण का खतरा कम होगा और कम से कम सात दिन पूरा लॉक डाउन रहेगा।
ऐसा देखा गया हैं की हनुमान चौक जो कि देहरादून का जानामाना थोक बाजार हैं वह बहुत भीड़ जमा हो रही थी, देहरादून पुलिस ने भी दुकानदारों से बात करके इसी बाजार को कल बंद करवाया था। ऐसे में यह सुझाव कि व्यक्ति एक किलोमीटर की परिधि से दूर न जाए एक अच्छा सुझाव हो सकता हैं।