सुबह नही उठ पातें जल्दी? तो एक बार यें TRY करें….

सुबह जल्‍दी उठने की आदत आपको स्वस्थ, समृद्ध और बुद्धिमान बनाती हैं। यह बात हम सभी जानते हैं और इसके लिए जल्‍दी उठने के लिए कई तरह की योजना भी बनाते हैं। अगर सुबह की शुरूआत शानदार हो तो पूरा दिन अच्‍छा बीतता है।

सुबह जल्‍दी उठने के उपाय

सुबह जल्‍दी उठने की आदत आपको स्वस्थ, समृद्ध और बुद्धिमान बनाती हैं। यह बात को हममे से ज्‍यादातर लोग जानते हैं। इस समय किए गए कार्य से हम आसानी से अपने जीवन के लक्ष्‍यों को प्राप्‍त कर सकते हैं। हम दिन के दूसरे समय की तुलना में सुबह एक्‍सरसाइज, पढ़ाई, काम और ध्‍यान आदि बेहतर तरीके से कर सकते हैं। और इसके जल्‍दी उठने के लिए कई तरह की योजना भी बनाते हैं। लेकिन सारी योजना सुबह के समय गायब हो जाती है।

जल्दी सोने का प्रयास करें

देर रात तक टीवी और इंटननेट पर बैठने के कारण आपको देर से सोने की आदत होगी लेकिन यदि आपको सवेरे जल्‍दी उठना है तो आदत बदलनी होगी। अगर आपको जल्द नींद न भी आती हो तो भी समय से कुछ पहले बिस्तर पर लेट जायें। भरपूर और अच्‍छी नींद लेने के लिए जल्‍दी सोने का प्रयास कीजिए।

 

 अलार्म को पलंग से दूर रखें

रात में सोने से पहले अलार्म घड़ी को जरूर सेट कीजिए। आप अपनी घड़ी या मोबाइल में अलार्म लगाकर उसे अपने पास रखते हैं। तो सवेरे अलार्म बजने पर आप उसे बंद क़र फिर से सो जाते हैं। इसलिए उसे अपने बैड से कुछ दूरी पर रखें ताकी आपको उसे बंद करने के लिए उठना ही पड़े। और एक बार बैड से उठने के बाद अक्‍सर नींद खुल जाती है।

सुबह के तेज प्रकाश को आने दें

आपके फ्लैट स्क्रीन टीवी की चमकदार रोशनी आपकी नींद में बाधा डाल सकती है। लेकिन खिड़की से आता उज्‍जवल प्रकाश आपको सुबह उठने के लिए प्रेरित कर सकता है। इसलिए रात में सोने से पहले अपनी खिड़कियों को खोल दीजिए, ताकि सुबह की पहली रोशनी आपके कमरे में जरूर प्रवेश करे।

उधेड़बुन से दूर रहें

यदि आप उठने के बाद इसी उधेड़बुन मे लगे रहे कि उठें या न उठें तो आप उठ नहीं पाएंगे। इसलिए बिस्तर पर लेटे रहने का खयाल मन में आने ही न दें। अपने दिमाग को उलझनों से दूर रखें और इस काम को बिना सोचे-समझें करें, यानी बिना दिमाग पर जोर डाले एक ही झटके में बिस्‍तर को गुड बॉय बोल दें।

सप्‍ताहांत में ज्‍यादा न सोये

एक की तरह की नींद पैटर्न के साथ सप्‍ताह के छह दिन सोने और सप्ताहांत में लंबे समय तक सोने से आपको नींद पैटर्न टूट जाता है और इसे आपके शरीर की घड़ी पसंद नहीं करती हैं। इसलिए सप्‍ताहांत में भी सोने के लिए उसी पैटर्न को अपनाये।

 

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