रुद्रप्रयाग, कुुलदीप राणा: सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार को रुद्रप्रयाग जिले के सुदूरवर्ती गाँव कुंड सौड़ पहुचे। जहाँ उन्होंने पांच दिवसीय नरसिंह देवता महायज्ञ का सुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने मंदिर में वर्षो से चली आ रही बलि प्रथा का भी समापन किया। पहली बार किसी मुख्यमंत्री के गांव में पहुँचने पर स्थानीय जनता और जनपर्तनिधियो ने जोरदार स्वागत किया। हालांकि लोगों को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से काफी उम्मीदें थी। सड़क मार्ग से आज भी यहां के करीब आधा दर्जन गाँव 4 से 5 किमी की खड़ी चढ़ाई तय करते हैं। जबकि इन गाँवों के कई तोकों में आजादी के 70 साल बाद भी बिजली नहीं पहुंच पाई। ग्रामीणों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री इन समस्याओं का हल कर देंगे, लेकिन मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। और किसी भी समस्या का कोई हल नहीं किया। हालांकि नरसिंह मंदिर में बलि प्रथा बंद होना लोगों ने ऐतिहासिक कदम बताया। मुख्यमंत्री ने नरसिंह मंदिर में लाईट की व्यवस्था हेतु जरूर जिलाधिकारी को सोलर लाइट देने के निर्देश दिए। उधर मुख्यमंत्री ने कहा की जनता अपनी कोई भी समस्या को सोशियल मीडिया के जरिये सरकार तक पहुचा सकती है. उन सभी समस्यों का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा केंद्र और राज्य सरकार विकास को लेकर कटिबद्ध है और जनता की भावनाओं के अनुरूप विकास किया जा रहा है। इस मौके पर वित्त मंत्री प्रकाश पन्त ने कहा रुद्रप्रयाग जिले के लिए कही भी वित्त की कमी नही होने दी जाएगी। साथ ही कहा कि जनता का धन जनता के अधिक से अधिक काम आए ये हमारी प्रथमिकता है।