देहरादून : प्रदेश कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं, विपक्ष की भूमिका में बैठी कांग्रेस सरकार को हर मोर्चे पर भेदने की कोशिश कर रही है। नोटबंदी हो या जीएसटी के बाद हाल में ही बीजेपी के जनता दरबार में ट्रांसपोटर प्रकाश पांडे का जहर खाने का मामला हो, कांग्रेस किसी भी मामले में राज्य सरकार को घेरने का मौका नहीं छोड़ना चाहती।
वही आज कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम और कांग्रेस विधा़यक मनोज रावत ने आज सयुक्त प्रेसवार्ता कर प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की. प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के उस बयान पर सवाल खड़े करते हुए कहा की प्रदेश सरकार संवेदनशील हो चुकी है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिह रावत ने आत्महत्याओं पर बोलते हुए कहा था की प्रदेश सरकार ऐसे किसी भी व्यक्ति का साथ नही देगी जो आत्महत्या करेगा। उन्होने कहा की यदि सरकार प्रकाश पांडे जिन्होंने आत्महत्या की थी उनकी आर्थिक मदद करती है तो यह फैशन बन जायेगा, जबकि प्रदेश भर में किसान आत्महत्या करने पर मजबूर है….
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने वोट बैंक के लिए जो किसानों से वायदे किये थे, अभी तक वो वायदे पूरे नही किये। आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण करने को कहा था, लेकिन सरकार बने हुए 10 महीने हो गए है लेकिन अभी तक उनके लिए कुछ नही कर पाए, साथ ही उन्होंने आक्रमक होकर कहा कि इन्ही मुद्दों को लेकर कांग्रेस 29 तारिख को सरकार के खिलाफ जन चेतना रैली आयोजन करेगी और जन चेतना रैली में भाजपा सरकार के रावण के दस सर की तर्ज पर भाजपा का पोस्टर जारी करेंगे।
वही कांग्रेस विधायक मनोज रावत ने भी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए की आपदा के दौरान कई पुल बह गए थे लेकिन जबसे प्रदेश मे बीजेपी की सरकार आई है, पुलों के निर्माण कार्य रुक गए है.