लखनऊ : उत्तर प्रदेश के ‘समाजवादी परिवार’ में जारी खींचतान पर कांग्रेस ने आज चुटकी लेते हुए कहा कि साढ़े चार साल तक प्रदेश के बजाय परिवार की ‘कानून-व्यवस्था’ पर ध्यान दिये जाने के बावजूद वहां चीजें नहीं सम्भल सकीं। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी.एन. सिंह ने अपने साथी प्रवक्ता मीम अफजल और पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला के साथ यहां संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पिछले साढ़े चार साल में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त रही जिस पर सरकार ने कोई ध्यान नही दिया। देते भी कैसे, इस दौरान पार्टी परिवार की ही कानून व्यवस्था ठीक करने में लगी रही जो अन्तत: दुरस्त नहीं हो रह सकी और उनके मतभेद सामने आ ही गये।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मुताबिक सपा में जारी जंग परिवार की नहीं, बल्कि सरकार की है, लेकिन इससे क्या फर्क पड़ता है। आखिर सरकार में भी तो परिवार ही है। अफजल ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर में कल हुई साम्प्रदायिक वारदात में एक समुदाय के तीन लोगों की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में जब भी चुनाव आते हैं, सपा और भाजपा साम्प्रदायिक माहौल तैयार करने में जुट जाते हैं। इन दोनों ने पिछले लोकसभा चुनाव से पूर्व मुजफ्फरनगर में दंगे कराये थे और अब सूबे के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर माहौल खराब करने की कोशिश की गयी।
उन्होंने कहा कि भाजपा दंगे की बुनियाद पर सरकार में आना चाहती है जबकि जनता पहले ही उसे नकार चुकी है। राजीव शुक्ल ने इस मौके पर कहा की विकास कांग्रेस की हुकूमत में हुआ है जहाँ जहाँ कांग्रेस की सरकार रही, वहां विकास हुआ है। दिल्ली इसकी मिसाल है। पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की यात्रा से जनता में विश्वास जगा है जनता का भरपूर सहयोग मिल रहा है।