अखिलेश को पार्टी से बाहर करने के बाद आज पिता और बेटे का भावुक मिलन देखने को मिला। अखिलेश ने पिता के पैर छूए और भावुक होकर बोले 2017 में चुनाव जीतकर आपकों तोहफा दूंगा। वहीं मुलायम ने भी बेटे पर प्यार लुटाते हुए कहा कि तुम्हारें खिलाफ नही है। अगर होते तो तुम्हें सीएम नही बनाते।
अखिलेश और मुलायम की ये टक्कर किसी नाटक से कम नही दिखती पर यहां सब कुछ हकीकत में घटित हो रहा है।
पार्टी से निकाले जाने के बाद जहां एक ओर जहां अखिलेश अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक की वहीं मुलायम ने भी बैठक का आयोजन किया था। ये मुलायम के लिए चौकाने वाला ही था कि मुलायम से मिलने सिर्फ 15 विधायक ही पहुंचे।
वहीं सीएम अखिलेश के घर उनके 200 से ज्यादा विधायक समेत कई समर्थक मौजूद रहे। सूत्र बताते हे कि बैठक के वक्त अखिलेश भावुक हो गए। और भीगे गले से दिल का दर्द बयां किया। अखिलेश ने कहा कि मैंने पार्टी के लिए बहुत मेहनत की है। और ये मेहनत वो ऐसे जाया नही जाने देंगे। उन्होंने कहा- हमें 2017 का चुनाव जीतकर नेताजी को तोहफे के तौर पर देना है. विधायकों ने कहा- हम आपके निर्णय में आपके साथ है. । दरअसल अखिलेश बहुत संभलकर बात कर रहे हैं. वह इस माहौल में ऐसी कोई बात नहीं कहना चाहते जिससे यह लगे कि बेटे ने पिता से बगावत की है.
वहीं खबर ये भी है कि मुलायम ने भी अखिलेश पर प्यार जताते हुए कहा कि वो अखिलेश ने नाराज नही हो सकते और न ही खिलाफ हो सकते है। अगर ऐसा होता तो अखिलेश को सीएम नही बनाता।