अतिथि शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए स्थाई समाधान सरकार को तलाशना होगा। जिला मुख्यालय गोपेश्वर में अतिथि शिक्षकों की बैठक हुई। अतिथि शिक्षक पूरी लगन व निष्ठा से विद्यालयों में अध्यापन कर रहे हैं। परंतु सरकार उनका सहयोग करने के बजाय शोषण कर रही है।
भाजपा सरकार के घोषणा पत्र में भी अतिथि शिक्षकों की स्थाई नियुक्ति की बात कही गई थी। परंतु सरकार बनने के बाद अब अपने ही फैसले से भाजपा पलट रही है।