देहरादून- विधानसभा सत्र के तीसरे दिन की शुरूआत में ही आज शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे कों अपने ही विधायकों ने सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया। विपक्ष के साथ साथ अपने ही विधायकों के सवालों ने उन्हें असहज कर दिया। आपकों बता दें कि सदन की कार्रवाही आज भी विपक्ष के हंगामे के साथ ही शुरू हुई। वहीं प्रश्नकाल में आज शिक्षा मंत्री कों विपक्ष के साथ साथ अपने ही विधायकों के निशाने पर लिया। शिक्षा विभाग पर सवालों को लेकर बीजेपी विधायकों ने शिक्षा मंत्री को जमकर घेरा। रुद्रप्रयाग विधायक ने स्कूलों की सफाई और शौचालय को लेकर उठाए सवाल। कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने भी स्कूलों में सफाई-व्यवस्था पर कर्मचारियों के रिक्त पद पर शिक्षा मंत्री अरिवंद पांडे से सवाल पूछा। सदन में बीजेपी विधायक दिलीप रावत ने पूछा कि, प्रदेश में कितने विद्यालयों में शौचालय नहीं है। प्रदेश में अभी भी कई विद्यालयों को शौचालय का इंतजार है। 74 राजकीय इंटर कॉलेज में नहीं हैं शौचालय। 86 राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में भी शौचालय नही। वहीं निकाय विस्तारीकरण को लेकर भी पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडे को झेलने पड़े विपक्ष के सवाल। विधायकों ने मंत्री से पूछा कि कितने छात्रों को एनसीआरटी की पुस्तकें मिली हैं एनसीआरटी की पुस्तकों की छपाई में कितना खर्चा आया। इस दौरान मंत्री संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। पीठ ने दोनों विभागों ओर मंत्री को आपसी सामंजस्य बैठाकर समाधान निकालने के दिये निर्देश। वहीं कांग्रेस विधायक मनोज रावत ने विधायकों के साथ विधायक हॉस्टल में अधिकारियों के अभद्र व्यवहार पर उठाए सवाल। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने विधायक हॉस्टल की खस्ता हालत को लेकर सवाल खड़े किए। मनोज रावत ने विधायक हॉस्टल के सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल ने विधायक हॉस्टल के निरीक्षण करने के आदेश दिए।