देहरादून: शहर में बेकाबू हो चुके डेंगू के डंक से खाकी भी खौफजदा है। राष्ट्रपति दौरे पर भी इसका खौफ नजर आ रहा है। एक ओर आशियाना में शनिवार को ही फॉगिंग का क्रम शुरू हो गया, तो महकमे ने राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात किए जा रहे पुलिसकर्मियों को भी मच्छरों की फौज से निपटने के लिए तैयार होने की सख्त ताकीद की है। खासतौर पर राष्ट्रपति की सुरक्षा में सुबह और शाम के वक्त तैनात रहने वाले पुलिसकर्मियों को अनिवार्य रूप से मच्छररोधी क्रीम लगाने और साथ लेकर आने को कहा गया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जवानों को ओडोमॉस क्रीम भी वितरित की गई।
प्रदेश में पिछले दो माह से डेंगू का प्रकोप जारी है, जिससे देहरादून खास तौर पर प्रभावित हुआ है। यहां हर रोज शहर के किसी न किसी कोने से डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं। विभागीय आंकड़ों में ही दून में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या एक हजार के पार है। अगर इस स्थिति में राष्ट्रपति का दौरा प्रस्तावित हो तो चिंतित होना लाजिमी है। चिंता इस बात की भी है कि कहीं तंत्र की असफलता की पोल राष्ट्रपति के आगे न खुल जाए। इसी का नतीजा है कि पुलिस से लेकर प्रशासन तक मंगलवार को दून पहुंच रहे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ ही उनकी सुरक्षा में तैनात फोर्स को भी डेंगू की फौज से बचाने की जुगत में भिड़े हैं।
आशियाना में जहां राष्ट्रपति ठहरेंगे, वहां तो शनिवार को ही फॉगिंग शुरू कर दी गई, जो रविवार को भी जारी रही और आज भी होगी। इसके साथ ही अधिकारी राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगाई गई भारी-भरकम फोर्स को भी मच्छरों के डंक से बचाने के लिएबेहद गंभीर हैं। इस बाबत एसएसपी डॉ. सदानंद दाते का कहना है कि दून के पुलिसकर्मी तो डेंगू के प्रकोप से वाकिफ हैं, लेकिन बाहर से आने वाली फोर्स नहीं। इसलिए गैर जनपदों से आए अधिकारियों से कहा गया है कि सुबह, शाम व रात के वक्त ड्यूटी पर रहने वाले सुरक्षाकर्मियों को मच्छररोधी क्रीम के साथ भेजें। साथ ही जहां वे ठहरे हैं, वहां भी मच्छरों से बचाव की व्यवस्था की जाए। एसएसपी ने कहा कि नगर निगम से सुरक्षा बलों के ठहरने के स्थान के आसपास भी नियमित तौर पर फॉगिंग करने को कहा गया है।