लखनऊ-कहावत है कि किसी भी प्रदेश की तरक्की का आईना होती हैं सड़कें, लेकिन देश के सबसे बड़े आबादी वाले हमारे प्रदेश में आजादी के बाद से 2017 तक पिछली सरकारों ने केवल दो ही एक्सप्रेस वे बनवाए थे।अब उसी प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महज चंद सालों के कार्यकाल में एक साथ चार एक्सप्रेस वे बनवा रहे हैं।प्रदेश को तरक्की की राह पर ले जाने की यह सीएम योगी की दूरदर्शी नीति है।एक साथ चार एक्सप्रेस वे बनाने वाला देश का उत्तर प्रदेश पहला राज्य है। यूपी एक्सप्रेस वे पर तीन हवाई पट्टियों वाला देश का पहला राज्य बनने वाला है।लखनऊ से गाजीपुर जिले तक 22,496 करोड़ की लागत से बन रहे 340 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से यूपी की तस्वीर बदल जाएगी।सुल्तानपुर जिले के कुड़ेभार में 3.2 किमी लम्बी एयर स्ट्रिप लगभग बन गई है।वहीं इसी साल दिसंबर से 296 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर गाड़ियां फर्राटा भरेंगीं।बुंदलेखंड एक्सप्रेस वे लोगों को आगरा-लखनऊ और यमुना एक्सप्रेस वे से दिल्ली सहित अन्य राज्यों से सीधे जोड़ेगा।91 किमी लंबा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे पूर्वांचल के विकास को तरक्की की नई राह दिखाएगा ।36 हजार करोड़ की लागत से मेरठ से प्रयागराज तक देश का सबसे लंबा गंगा एक्सप्रेस वे बन रहा है।मेरठ से प्रयागराज तक 596 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस वे तरक्की की नई इबारत लिखेगा।परियोजना के लिए 90 फीसदी से अधिक जमीन खरीद ली गई है, जिसका निर्माण जल्द ही शुरू होने वाला है।गंगा एक्सप्रेस वे पर शाहजहांपुर के पास एक हवाई पट्टी भी बनेगी।सभी एक्सप्रेस वे के किनारे उद्योगों को दी जाएगी भूमि, 67 सौ एकड़ से अधिक भूमि आरक्षित। इससे निवेश भी आएगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।