माँ बाप अक्सर अपने बच्चों के पेट के कीड़ों की वजह से परेशान रहते हैं । उनका कहना होता है की ये कीड़े बच्चे के शारीरिक विकास के दुश्मन होते हैं। और ये बात सही भी है। पेट में कीड़े होना कोई मामूली समस्या नहीं है। संक्रमित भोजन व पेय पदार्थों के सेवन, घरों के आसपास गंदगी, कच्चा भोजन, या दूषित खाना आदि का लम्बे समय तक सेवन करने से पेट में कीड़े होने के चांस ज्यादा रहतेे हैं। पेट में कीड़े होने से बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर काफी प्रभाव पड़ता है। आमतौर पर पेट के कीड़ों के लक्षण हर किसी को एक से नहीं होते हैं। ये लक्षण कीड़ों के प्रकार व उनकी संख्या पर भी निर्भर करते हैं।
कई बच्चों को स्कूल में पेंसिल, रबड़ और चॉक खाने की आदत होती है। ऐसा करना भी पेट में कीड़े होने का एक बहुत बड़ा कारण है। मुसीबत तब बढ़ती है जब पेट में मौजूद कीड़े अपने अंडे देते हैं और इन अंडों में से भी कीड़े निकलने शुरू हो जाते हैं। पेट में कीड़े हैं या नहीं इसके लिए आज हम आपको कुछ खास लक्षण बता रहे हैं। पेट में दर्द होना, जरूरत से ज्यादा भूख लगना, वजन का कम होना, कमजोरी होना, पेट में सूजन आना, पैरों में दर्द, नींद में दांतों का आपस में पीसना, होठ सफेद होना, सिर दर्द, शरीर का रंग काला होना और चेहरे पर सफेद चकते पड़ना। इन लक्षणों में से अगर तीन लक्षण भी आपको अपने आसपास महसूस हो रहे हैं तो आज हम इनके लिए जो उपचार बता रहे हैं उसे आप जल्दी लेना शुरू कर दें।
पेड़ के कीड़ों का खात्मा करने के लिए वैसे तो बाजार में कई तरह की दवा और चूर्ण मिलते हैं। लेकिन कई बार उनसे फायदा होता भी है और नहीं भी होता है। कई बार ऐसा भी होता है कि बच्चे दवा खाने से साफ मना कर देते हैं। पेड़ में कीड़े होने की सबसे अच्छी दवा घरेलू चटनी है।
इसे बनाने के लिए आपको पुदीना, नींबू और कुछ काली मिर्च चाहिए। अगर आप सिर्फ 1 व्यक्ति के लिए ये चटनी बना रहे हैं तो आपको कुछ पुदीने के पत्तों में एक से डेढ़ चम्मच नींबू और 4 से 5 काली मिर्च डालकर बारीक मिश्रण बनाना है या फिर इसकी चटनी भी बना सकते हैं। अब आप इसमें बच्चे के टेस्ट के अनुसार हल्का नमक या चीनी डाल सकते हैं। लगभग 5-6 दिन तक रोज सुबह-शाम एक एक चम्मच ये चटनी खाने से पेट के कीड़ों का खात्मा होता है।