कल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा की 98वीं जयंती थी इस अवसर पर उनके पैतृक गांव बुघाणी में उनकी स्मृति में बने संग्रहालय का उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया।
स्व. बहुगुणा जी के मुख्यमंत्रित्व काल में पर्वतीय विकास मंत्रालय बना था जिसका जिक्र मुख्यमंत्री ने किया और कहा कि यह बहुगुणा जी कीदूर दृष्टि का नतीजा था जिससे पहाड़ में विकास की शुरुवात हुई ।
स्व. बहुगुणा आत्मसम्मान व स्वाभिमान के प्रतीक थे। छात्र राजनीति से अपने राजनैतिक भविष्य की शुरुवात करने वाले बहुगुणा जी ने देश की राजनीती में अपनी पहचान बनायीं। मुख्यमंत्री रावत ने स्व. बहुगुणा को श्रद्धांजलि देते हुए उनके द्वारा किये गये विकास कार्यों का ज़िक्र किया और उन कार्यो को स्वाभिमान से अपनाये जाने की बात की।
मुख्यमंत्री ने फिर दोहराया की भाजपा शासित उत्तराखंड सरकार लूट-खसोट पर अंकुश लगाने के साथ ही भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाने के प्रति अग्रसर है। उत्तराखंड राज्य की प्रगति के लिए ठोस रणनीति के तहत कार्य किये जा रहे है पर्यटन, उद्योग, आयुष, सुगंधित जड़ी बूटी, खनन समेत कई अनेक क्षेत्रों में राज्य को अपने संसाधन बढ़ाने पर बल दिया जा रहा है मुख्यमंत्री ने हाल ही में हुई नीति आयोग की बैठक की भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आज राज्य को नियोजित पारदर्शी और संतुलित विकास दर की आवश्यकता हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में एनजीटी की वजह से कई सड़कों का निर्माण कार्य रूक गया है। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा में जनरल थिम्मैया की पुत्री द्वारा क्षेत्र की कई फसलों को व्यवसायिक रूप देकर महिलाओं को सशक्त बनाते हुए धर्नाजन का रास्ता बनाया हैं जिससे महिलाओं की आर्थिकी में सुधार भी आ रहा हैं। उन्होंने लोगों से कण्डाली, बेमौसमी फल फूल सब्जी, सुगंधित वनस्पतियां, मशरूम, भट्ट, गहत जैसी वस्तुओं से स्थानीय उत्पाद तैयार करने में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया।