मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज तिलक रोड स्थित स्वामी श्रद्धानंद बाल वनिता आश्रम में बालिकाओं के नवीन छात्रावास भवन का शिलान्यास किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि समर्पण, सेवा और त्याग का भाव मानव समाज के लिए बहुत आवश्यक है। बाल वनिता आश्रम की स्थापना के पीछे स्वामी दयानंद सरस्वती और स्वामी श्रद्धानंद जी जैसे महापुरुषों का योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं और बच्चों के पालन-पोषण में उनके नैसर्गिक गुणों को प्रोत्साहित करने वाला वातावरण बहुत आवश्यक है। बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, पालन-पोषण में बुद्धि, बल और विवेक तीनों गुणों का समावेश होना चाहिए।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की उपस्थिति में स्थानीय विधायक खजान दास ने बाल वनिता आश्रम हेतु विधायक निधि से 11 लाख रूपये देने की घोषणा की।
बाल वनिता आश्रम की स्थापना 1924 में हुई थी। वर्तमान में आश्रम में 50 बच्चों की व्यवस्था है, जिसमें 20 बालक और 30 बालिकाएं हैं। आश्रम में 27 गायों की एक गौशाला भी है। आश्रम संचालन हेतु लगभग 3 लाख रूपये प्रतिमाह का खर्च आता है। जिसकी व्यवस्था दान में प्राप्त राशि से की जाती है।