शनिवार की शाम को सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चार धाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कहा कि चार धाम यात्रा की पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें और यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी यात्री को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसका भी खास ध्यान रखा जाये। यात्रा व्यवस्थाओं में लगे कर्मचारियों एवं अधिकारियों और खास तौर पर पुलिस का व्यवहार मित्रवत हो, यह भी सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने इस बात पर जोर दिया की चार धाम यात्रा से उत्तराखण्ड की तरफ से एक अच्छा और सकारात्मक संदेश जाना चाहिए।
मुख्मंत्री ने कहा की ऋषिकेश में एवं चारों धाम में लाईट एंड साउंड शो के माध्यम से यात्रा के महत्व का दिखया जाये। यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण की उचित व्यवस्था केदारनाथ व यमुनोत्री में की जाये। यात्रा मार्ग में आने वाले सभी पांच जिलों में हर एक जिलाधिकारी को 1-1 करोड़ रूपए शासन की तरफ से उपलब्ध करवाए जायेंगे।
- यात्रा में लगे वाहनों की फिटनेस आवश्यक रूप से चैक की जाए।
- ओवर लोडिंग, ओवर ड्राईविंग, नशे में ड्राईविंग पर सख्ती के साथ रोक हो।
- फोटोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन के लिए स्थानों की संख्या बढ़ाई जाए।
- भविष्य में यात्रियों के रजिस्ट्रेशन के लिए आधुनिकतम तकनीक का उपयोग किया जाए।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा मार्ग पर गुणवत्ता युक्त पेयजल व स्वच्छ शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए।
- मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि यात्रा मार्ग में सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- यात्रा मार्ग में ढ़ाबों व रेंस्टोरेंट में क्वालिटी भेजन की उपलब्धता के लिए फूड इंस्पेक्टर लगातार चैकिंग करें।
- मुख्यमंत्री ने जीएमवीएन के पर्यटक आवास गृहों को सुविधाजनक बनाने के निर्देश दिए।
- केदारनाथ मार्ग में यात्रियों की सुविधाओं के लिए पर्याप्त व्यवस्था हो।
- स्वास्थ्य विभाग प्रमुख स्थानों पर जीवनरक्षक दवाईयों के साथ मेडिकल स्टाफ तैनात रखे।
- यात्रा मार्ग पर संवेदनशील चिन्हित किए गए स्थानो पर जेसीबी, पोकलैंड व मेनपावर पहले से तैनात रखे जाएं ताकि मार्ग बाधित होने पर तुरंत खोला जा सके।
- मार्ग बाधित होने पर अधिकारी यात्रियों के बीच जाएं और उनके खाने पीने की व्यवस्था हो। संचार व्यवस्था को दुरूस्त किया जाए।
- जगह जगह साईनबोर्ड लगें हों जिनमें आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता व इमरजेंसी में कान्टेक्ट नम्बरों को प्रदर्शित किया जाए।




